आये दिन पुलिस पर पत्थर फेंके जा रहे हैं. उन्हें चोटिल किया जा रहा है. सरकारी दफ्तर जला दिये जा रहे हैं. ‘दार्जीलिंग नामक ब्रैंड’ को नष्ट कर दिया गया है. पहाड़ में एक राजनीतिक साजिश काम कर रही है. वहां के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी खतरे में पड़ गयी है. राज्य सरकार किसी भी दम पर ऐसा होने नहीं देगी. पहाड़ में रहनेवाले भाई-बहनों के लिए राज्य सरकार हर हाल में वहां शांति लौटायेगी.
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कुछ गुंडे दार्जीलिंग को कर रहे अशांत : ममता
कोलकाता: राज्य के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल दार्जीलिंग को अशांत करने के लिए गत कुछ दिनों से वहां कुछ गुंडे लगातार तनाव फैला रहे हैं. गोली व बंदूक के दम पर वहां घिनौनी राजनीति कर रहे हैं. राज्य सरकार ऐसा होने नहीं देगी. सरकार किसी भी तरह से इस तनाव को खत्म कर वहां शांति […]
कोलकाता: राज्य के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल दार्जीलिंग को अशांत करने के लिए गत कुछ दिनों से वहां कुछ गुंडे लगातार तनाव फैला रहे हैं. गोली व बंदूक के दम पर वहां घिनौनी राजनीति कर रहे हैं. राज्य सरकार ऐसा होने नहीं देगी. सरकार किसी भी तरह से इस तनाव को खत्म कर वहां शांति लाकर रहेगी. गुरुवार को कोलकाता व राज्य पुलिस के संयुक्त वार्षिक अलंकरण समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि पहाड़ में आठ जून को उनकी मौजूदगी में महज दो घंटे में राज्य सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों को जान से मारने की कोशिश की गयी थी. कई महिलाओं के कपड़े जला दिये गये. वाहन जला दिये गये. पहाड़ में व्यापार बंद कर दिया गया है. वहां का पर्यटन उद्योग को बंद कर दिया गया है. पहाड़ में आये दिन कुछ गुंडे अशांति फैला रहे हैं. वहां कुछ लोग गोली व बंदूक से पुलिस पर हमला कर रहे हैं. उन्हें यह देखना व सोचना चाहिए कि पुलिस में काम करनेवाले उनके ही भाई-बहन हैं.
पहाड़ में फैली अशांति व वहां गोली-बम की मौजूदगी पर ममता ने कहा कि मैं मान रही हूं की इस मामले में राज्य का इंटेलिजेंस फेल हुआ है. पहाड़ में इतने बड़े पैमाने में गोली-बम लाये गये और सरकार के खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी. इस कारण उन्होंने इससे जुड़े अधिकारियों पर कड़े कदम उठाये हैं. पहाड़ में शांति लौटाने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द पहाड़ में शांति लौट आयेगी.
खुद के सम्मान को संभाल कर काम करें पुलिसवाले
कोलकाता व राज्य पुलिस के वार्षिक सम्मान समारोह में पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री की सलाह
कहा : रुपये से इज्जत खरीदी नहीं जा सकती, बेहतर काम से इज्जत कमायी जाती है
दो पुलिसकर्मियों को शौर्य पदक, सात को निष्ठा पदक, 51 को प्रशंसा पदक और 88 को सेवा पदक मिले
बेहतर जांच कर कठिन मामला सुलझानेवाले चार पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री पदक से सम्मानित
कोलकाता. कोलकाता व राज्य पुलिस के संयुक्त वार्षिक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता व राज्य के चुनिंदा पुलिसकर्मियों को पदक व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया. इनमें दो पुलिसकर्मियों को सौर्य पदक, सात को निष्ठा पदक, 51 को प्रशंसा पदक, 88 को सेवा पदक व चार पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री पदक देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिसकर्मियों की कड़ी ड्यूटी के लिए उनकी व उनके परिवार की जम कर सराहना की. साथ ही पुलिसकर्मियों को सतर्क करते हुए कहा कि पुलिस में काम करने वाले खुद के सम्मान व प्रतिष्ठा को प्रमुखता देकर ड्यूटी करें. कुछ पुलिसकर्मी रुपये व अन्य वस्तुओं को प्रमुखता देकर अपनी प्रतिष्ठा गवां देते हैं. 100 प्रतिशत में इसकी संख्या .01 प्रतिशत है. उनकी सलाह है कि पुलिसकर्मी खुद के सम्मान व प्रतिष्ठा को संभाल कर काम करे, क्योंकि रुपये से इज्जत खरीदी नहीं जा सकती, बेहतर काम से इज्जत कमायी जाती है. उन्हें उम्मीद है कि इस राज्य की पुलिस दूसरे देश व राज्यों के लिए एक मिशाल का पात्र बनेगी.
जिले में कौन किस पुरस्कार से हुए सम्मानित
1. नदिया जिला बेस्ट जिला घोषित
2. अंडाल थाने को मिला बेस्ट थाने का अवार्ड
कोलकाता पुलिस में कौन किस पुरस्कार से हुए सम्मानित
1. नॉर्थ डिवीजन को मिला बेस्ट इलाके का अवार्ड
2. हरिदेवपुर थाने को बेस्ट थाना का मिला अवार्ड
3. द्वितीय बटालियन बेस्ट बटालियन घोषित
4. श्यामबाजार बेस्ट ट्रैफिक गार्ड घोषित
5. रिजर्व फोर्स को बेस्ट फोर्स का अवार्ड
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