शेखपुरा : जिले में भ्रष्टाचार इस कदर चरम पर है कि यहां गरीब और जीवित व्यक्ति जन वितरण का अनाज पाने के लिए भले ही व्यवस्था के बीच एड़ियां रगड़ने को विवश हों. लेकिन धनी और अमीर परिवारों को ही सरकार के योजनाओं का लाभ मिल रहा है. जन वितरण में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि यहां मरने के बाद भी पिछले 10 साल से मृतक महिला नियमित रूप से अनाज का उठाव कर रही है.
खास बात यह है कि मृतक महिला के द्वारा उठाव किये जाने के इस खेल में आजतक न तो प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को भनक मिली है और ना ही अनुमंडल और जिला आपूर्ति पदाधिकारी को. पीडीएस विक्रेता और अधिकारियों के साठ गांठ के इस खेल में पिछले 10 सालों से अनाज के फर्जी उठाव के खेल में आखिर जिम्मेवार कौन है यह तो जांच के बाद ही पता लगेगा. लेकिन कहीं न कहीं इस मामले में कई लोगों की गर्दन फंसनी तय मानी जा रही है.
दरअसल लोक जन शिकायत में दिये गये आवेदन से अंदाजा लगाया जा सकता है की किस तरह डीलर द्वारा मुर्दे को अनाज वितरण किया गया है. चेवाड़ा प्रखंड के फतेहपुर गांव के अजय राम तथा कृष्णा यादव ने लोक जन शिकायत में डीएम तथा एसडीओ को आवेदन दिया है कि 10 वर्ष पहले मृत चाची नूनू देवी के नाम पर उसके भतीजे रामप्रवेश यादव तथा लखन यादव राशन-किराशन उठा रहे है. जिसका राशन कार्ड संख्या 0583709 है.
शिकायतकर्ता ने कहा कि अपने मृत चाची के नाम पर भतीजे राशन-किराशन खा रहे है. ये लोग डीलर कंचन देवी से मिलीभगत कर अनाज का उठाव कर रहे है. जब लोगों ने डीलर से शिकायत की तो डीलर ने डांट डपटकर भगा दिया. इस बाबत डीएम, एसडीओ के अलावे लोक जन शिकायत में आवेदन देकर करवाई की मांग की गयी है.