कार्डिफ : कप्तान सरफराज अहमद की दो जीवनदान के दम पर विषम परिस्थितयों में खेली गयी अर्धशतकीय पारी और मोहम्मद आमिर के आलराउंड प्रदर्शन से पाकिस्तान ने सोमवार को यहां ग्रुप बी के उतार चढ़ाववाले क्वार्टर फाइनल रूपी मैच में श्रीलंका पर तीन विकेट की रोमांचक जीत दर्ज करके आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बनायी.
श्रीलंका पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सलामी बल्लेबाज निरोशन डिकवेला 73 और कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 39 की पारियों से बड़ा स्कोर खड़ा करने की स्थिति में दिख रहा था, लेकिन आमिर 53 रन देकर दो विकेट और जुनैद खान 40 रन देकर तीन विकेट के आक्रामक स्पैल ने पासा पलट दिया. एक अन्य तेज गेंदबाज हसन अली 43 रन देकर तीन विकेटी ने शुरू में प्रभाव छोड़ा. श्रीलंका ने बीच में छह रन के अंदर चार विकेट गंवाये और आखिर में उसकी टीम 49.2 ओवर में 236 रन पर आउट हो गयी. लेकिन, पाकिस्तान के लिए यह स्कोर भी पहाड़ जैसा बनने लगा. फखर जमां 50 और अजहर अली 34 ने पहले विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बाद उसने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये जिससे 30वें ओवर तक स्कोर सात विकेट पर 162 रन हो गया. सरफराज 79 गेंदों पर नाबाद 61 और मोहम्मद आमिर 43 गेंदों पर नाबाद 28 ने यहीं से जिम्मा संभाला और आठवें विकेट के लिए 15 ओवर में 75 रन की अटूट साझेदारी की. पाकिस्तान ने 44.5 ओवर में सात विकेट पर 237 रन बना कर जीत दर्ज की. पाकिस्तान अब पहले सेमीफाइनल इसी मैदान पर 14 जून को मेजबान इंग्लैंड से भिड़ेगा, जबकि इसके अगले दिन बर्मिंघम में भारत और बांग्लादेश आमने-सामने होंगे.
फखर और अजहर ने पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दिलायी. इन दोनों में अपना दूसरा मैच खेल रहे बायें हाथ के बल्लेबाज फखर शुरू से हावी हो गये. लसित मलिंगा के पहले ओवर में गुणतिलके ने अजहर का आसान कैच टपकाया, लेकिन वह फखर थे जिन्होंने इस तेज गेंदबाज के आत्मविश्वास को चोट पहुंचायी. फखर ने मलिंगा के अगले ओवर में तीन खूबसूरत चौके जमाये. अजहर ने तिसारा परेरा का छक्के से स्वागत किया, जबकि फखर ने नुवान प्रदीप की गेंद छह रन के लिए भेजी. उन्होंने असेला गुणरत्ने पर एक रन लेकर 34 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन प्रदीप के अगले ओवर में बाउंसर को सही तरह से नहीं खेल पाये और फाइन लेग पर कैच दे बैठे. फखर की पारी में आठ चौके और एक छक्का शामिल है.
प्रदीप ने इसके बाद बाबर आजम 10 को भी मिडविकेट पर कैच देने के लिए मजबूर किया, जबकि मोहम्मद हफीज भी नहीं टिक पाये और तिसारा परेरा की गेंद पर मिडआॅन पर आसान कैच दे बैठे. मैथ्यूज ने बीच के ओवरों में अपने दोनों सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों मलिंगा और सुरंगा लखमल को आक्रमण पर लगाने का जुआ खेला जो कारगर साबित हुआ. लंबे समय तक एक छोर संभाले रखनेवाले अजहर ने लखमल की उछाल लेती गेंद पर स्लिप में कैच दिया, जबकि मलिंगा ने शोएब मलिक को पवेलियन भेजा. लखमल की जगह प्रदीप को गेंद सौंपी गयी जिनकी गेंद पर नये बल्लेबाज इमाद वसीम ने विकेट के पीछे आसान कैच दिया. अपना पहला वनडे खेल रहे फहीम अशरफ 15 रन पर आउट होकर पवेलियन लौटे. सरफराज का आमिर ने उनका अच्छा साथ निभाया.
मैथ्यूज ने अंतिम दस ओवरों में पांचवें गेंदबाज की परवाह किये बिना 39वें ओवर में मलिंगा को गेंदबाजी के लिए बुलाया. उन्होंने सरफराज को आउट कर दिया था, लेकिन परेरा ने मिडआॅन पर आसान कैच छोड़ दिया. इसी गेंदबाज के अगले ओवर में सरफराज को फिर से जीवनदान मिला. इस बार क्षेत्ररक्षक स्थानापन्न सीकुगे प्रसन्ना थे. सरफराज ने इसका फायदा उठा कर 11 ओवर के बाद पहली बार गेंद को सीमा रेखा के दर्शन कराये. उन्होंने लखमल के एक ओवर में दो चौके लगाकर पाकिस्तानी समर्थकों को प्रसन्न कर दिया. सरफराज ने इसके बाद मलिंगा पर ही विजयी चौका लगाया.
इससे पहले श्रीलंका एक समय अच्छे स्कोर की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन आमिर और जुनैद ने 3.2 ओवर में दो-दो विकेट निकाल कर पाकिस्तान को अच्छी वापसी दिलायी. श्रीलंका ने छह रन के अंदर चार विकेट गंवा दिये जिनमें मैथ्यूज और डिकवेला के विकेट भी शामिल हैं. निचले क्रम के बल्लेबाज सुरंगा लखमल (26) और असेला गुणरत्ने (27) ने विकेट गिरने का क्रम रोका जिससे श्रीलंका 250 रन के करीब पहुंच पाया. इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए 46 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की. शुरू में धनुष्का गुणतिलके (13) को जुनैद ने शुरू में ही आउट कर दिया जिसके बाद डिकवेला और कुसल मेंडिस (27) ने 56 रन की साझेदारी करके टीम को इस झटके से उबारा.
हसन अली ने इसके बाद शानदार गेंदबाजी की. मेंडिस को उन्हें खेलने में दिक्कत हुई और आखिर में वह इस गेंदबाज के शिकार बने. इसके बाद दिनेश चंदीमल क्रीज पर आये, लेकिन वह केवल दो गेंद तक ही टिक पाये और फाहिम अशरफ की गेंद विकेट पर खेलकर पवेलियन लौट गये. श्रीलंका ने इस तरह से तीन गेंद के अंदर दो विकेट गंवा दिये थे, लेकिन डिकवेला ने एक छोर संभाले रखा और दूसरे छोर से उन्हें मैथ्यूज के रूप में अच्छा साथी मिला. डिकवेला ने मोहम्मद हफीज की गेंद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया.
डिकवेला और मैथ्यूज ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की और स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया. उन्होंने न सिर्फ स्कोर बोर्ड चलायमान रखा और पाकिस्तान को भी दबाव में ला दिया. इन दोनों ने 16.1 ओवर में 78 रन की साझेदारी की. आमिर को इसके बाद आक्रमण पर लगाया गया और उन्होंने दूसरी गेंद पर ही मैथ्यूज को आउट कर दिया जो सही टाइमिंग से शाॅट नहीं खेल पाये और स्टंप पर खेल गये. आमिर का टूर्नामेंट में यह पहला विकेट था जो उन्होंने महत्वपूर्ण मोड़ पर लिया. जुनैद ने नये खिलाडी धनंजय डिसिल्वा (एक) को आते ही पवेलियन का रास्ता दिखा दिया, जबकि आमिर ने डिकवेला को आउट किया जिनका विकेटकीपर सरफराज खान ने नीचे रहता हुआ कैच लिया. जुनैद ने तिसारा परेरा को आउट करके श्रीलंकाई पारी को हिला कर रख दिया.