चॉकलेट खाना भारत सहित अन्य देशों में बुरा माना जाता है. हालांकि, नये शोध के अनुसार कम मात्रा में यदि हर सप्ताह में चॉकलेट का सेवन किया जाये, तो यह अनियमित हृदय गति को कंट्रोल करता है. ‘हार्ट’ जर्नल में प्रकाशित इस शोध के अनुसार, डेनमार्क में शोध के लिए करीब 55,500 लोगों को चुना गया, जिनकी उम्र उस समय 50 से 64 वर्ष के बीच थी.1993 से 1997 तक इन लोंगों का डाटा लिया गया, जिसमें उनका डायट चार्ट भी शामिल था.
इसके बाद उनके डायट चार्ट के डाटा को डेनमार्क नेशनल हेल्थ रजिस्ट्री में atrial fibrillation (AFib) के डाटा से लिंकअप कर दिया गया. दरअसल, AFib अनियमित हृदय गति है, जो खून को थक्का, स्ट्रोक (आघात) और हृदय गति का रुक जाना जैसी परेशानियां सामने आ सकती हैं. भारत में AFib के केस करीब 40.7 प्रतिशत हैं, जो वैश्विक स्तर की (26.7%) तुलना में काफी ज्यादा है.
AFib के केस 3346 लोगों में पाये गये. शोध की औसत अवधि 13.5 वर्ष रही. जो लोग सप्ताह में एक ऑन्स (करीब 28 ग्राम) चॉकलेट खाते थे, उनमें AFib के केस 17% तक कम पाये गये. महिलाओं में यदि यह रिस्क हो, तो एक ऑन्स तक चॉकलेट खाना फायदेमंद माना गया, वहीं पुरुषों के लिए 2 से 4 ऑन्स प्रति सप्ताह. शोध का उद्देश्य चॉकलेट की सीमित मात्रा को हेल्दी डायट में डालना था. हालांकि पूरी तरह यह साबित नहीं हो पाया कि सभी चॉकलेट खाने से AFib में फायदा होता है, पर यह देखा गया कि कोकोवा से बने चॉकलेट से AFib में राहत मिलती है.