कृषि यंत्र खरीद . रेवड़ियों की तरह बांटा गया कृषि यंत्र
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बिना ट्रैक्टर दिया रोटावेटर
कृषि यंत्र खरीद . रेवड़ियों की तरह बांटा गया कृषि यंत्र कृषि यंत्र खरीद घोटाले की जांच के लिए वरीय अधिकारी के नेतृत्व में डीएम द्वारा गठित चार विशेष टीम द्वारा अररिया प्रखंड के अलग-अलग पंचायत में की गयी जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. जांच में पाया गया कि यंत्रों की बिक्री […]
कृषि यंत्र खरीद घोटाले की जांच के लिए वरीय अधिकारी के नेतृत्व में डीएम द्वारा गठित चार विशेष टीम द्वारा अररिया प्रखंड के अलग-अलग पंचायत में की गयी जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. जांच में पाया गया कि यंत्रों की बिक्री में मानक का ख्याल नहीं रखा गया. बिना ट्रैक्टर वाले एक ही परिवार के तीन अलग लोगों के नाम पर रोटावेटर मुहैया कराया गया. जिस कंपनी का रोटावेटर की खरीदारी का दावा किसानों ने विभाग के समक्ष पेश किया उपलब्ध यंत्र उस कंपनी के नहीं मिले.
अररिया : कृषि यंत्रों की बिक्री के नाम पर सामने आये बड़े घोटाला की जांच के लिए जिला पदाधिकारी के आदेश पर गठित चार विशेष जांच टीम ने मंगलवार को अररिया प्रखंड के अलग-अलग पंचायतों में यंत्र खरीदारी से संबंधित मामले की जांच की गयी. जिला पदाधिकारी के पत्रांक 1432/सी दिनांक 31 मई से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में जांच के लिए मोटे तौर पर चार बिंदू निर्धारित किये गये थे. इसमें खरीदे गये यंत्र का नाम, मेक मॉडल, आरटीजीएस के जरिये प्राप्त अनुदान का विवरण, यंत्र खरीदारी से संबंधित बिल की जांच शामिल थे.
जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी अनिरुद्ध प्रसाद यादव, नप के कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक अभय कुमार व श्रम अधीक्षक जावेद रहमत के नेतृत्व में गठित जांच टीम को देर दोपहर तक अपनी रिपोर्ट जिला पदाधिकारी कार्यालय को सौंपने का आदेश दिया गया था. जानकारी मुताबिक एआर इंटरप्राइजेज द्वारा बेचे गये कृषि यंत्रों की जांच के लिए चातर पंचायत के तिरूहुत बिट्टा गांव पहुंचे अधिकारी ने गांव के आठ किसानों द्वारा खरीदे गये रोटावेटर की जांच की. इसमें एक ही परिवार के मुस्तफा पिता मुबारक अली, नजीर पिता मुबारक अली, मंजूर पिता मुबारक अली के साथ मनिरूद्दीन पिता रियाज, खुर्शीद आलम पिता रियाज, राबिना परवीन पति मजहर आलम, इफ्तेखार आलम पिता मुस्तफा द्वारा रोटावेटर की खरीदारी का दावा विभाग को पेश किया गया था. अनुदान के लिए पेश किये गये दावे में गणेश एग्रो कंपनी के रोटावेटर खरीदने की बात कही गयी थी. किसानों के पास इस कंपनी का रोटावेटर नहीं पाया गया. आठ किसानों में चार के पास गरूड़ कंपनी का चार के पास टाइगर कंपनी का व एक किसान के पास शक्तिमान कंपनी का रोटावेटर पाया गया.
कई मामले उजागर
जिला पदाधिकारी के आदेश पर गठित विशेष टीम द्वारा अलग-अलग पंचायत में यंत्रों के भौतिक सत्यापन में कई रोचक तथ्य सामने आये हैं. जांच रिपोर्ट का खुलासा करने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी.
भवेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी
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