मंत्री ने कहा कि जिन किसानों का भुगतान भारत सरकार की संस्था नॉकोफ ने नहीं किया है, उनका भुगतान राज्य खाद्य निगम करे. यदि लगता है कि इसके लिए मंत्रिपरिषद की सहमति जरूरी है, तो सहमति की प्रत्याशा में निगम यह भुगतान कर दे.
उत्तरी छोटानागपुर व संताल परगना प्रमंडल के विभिन्न जिलों के किसानों को करीब 28 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. बाकी प्रमंडलों में सभी किसानों का भुगतान हो गया है. मंत्री ने बैठक में उपस्थित नॉकोफ के प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि पांच जून को शाम सात बजे तक जिन किसानों का भुगतान नहीं हुआ है, उनकी सूची उपलब्ध करा दें. विभागीय सचिव को किसानों का भुगतान एक सप्ताह के भीतर कराना सुनिश्चित करने को कहा. कई मिल मालिकों ने अभी तक एफसीआइ को खरीदे गये धान का चावल बना कर नहीं दिया है. मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी मिल मालिक उनके द्वारा क्रय केंद्रों से उठाये गये धान का तिथिवार विवरण उपलब्ध करायें, ताकि पता चल सके कि किस-किस मिल मालिक ने क्रय केंद्र से धान उठाने में लापरवाही बरती है, जिसके कारण क्रय केंद्र का गोदाम भरा रह गया और धान की खरीद प्रभावित हुई. कई मिल मालिकों ने निगम पर 2011-12 का बकाया होने की शिकायत की थी.