पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से इंटर का परिणाम घोषित होने के बाद से बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. आर्ट्स टॉपर गणेश को उम्र छिपाने और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. वहीं, इस मामले में समस्तीपुर जिला स्थित इंटर कॉलेज में नामांकन कराने वाले दलाल संजय कुमार को पटना से गिरफ्तार करने के बाद रविवार को समस्तीपुर पहुंची विशेष पुलिस टीम ने शिवाजी नगर पुलिस चौकी अंतर्गत लक्षमिनिया गांव स्थित संजय गांधी उच्च विद्यालय की हेडमास्टर देव कुमारी सहित दो अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए पटना ले आयी है. अभी यह मामला चल ही रहा है कि आने वाले मैट्रिक के रिजल्ट परइंटर की तरह गड़बड़ी होने की संभावना जतायी जाने लगी है. मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो, बताया जा रहा है कि कहीं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का सारा डाटाकिसीगलत हाथों में तो नहींचला गया है ?
ऐसी संभावना के पुख्ता कारण
इंटर का रिजल्ट घोषित होने के ठीक पहले अखबारों और अन्य माध्यमों से कई ऐसी खबरें आयी जिसके मुताबिक परीक्षार्थियों को फोन कर किसी विषय में फेल होने की बात बतायी जाती थी. फोन करने वाला अपने-आपको बोर्ड कार्यालय का कर्मचारी बताकर एकाउंट में पैसे डालने की बात कहते थे. पैसे डालने पर नंबर बढ़ाकर पास करने की बात कही जाती थी. शुरुआत में इस फोन कॉल को लोगों नेगंभीरतासे नहीं लिया. परीक्षार्थियों ने एक दो जगह इसकी शिकायत की और यह मानकर चुपचाप बैठ गये कि यह पूरी तरह से ठगी का काम चल रहा है. इस मामले में बड़ा खुलासा तब हुआ, जब इंटर का रिजल्ट सामने आया. जानकारी के मुताबिक फोन कर्ता जिस विषय में परीक्षार्थियों को फोन कर फेल बता रहे थे, ठीक उसी विषय में वह फेल थे. उसके बाद से यह सवाल उठने लगा कि कहीं बोर्ड के पास स्थिति परीक्षार्थियों के विवरण गलत हाथों में तो नहीं चला गया है ? कई लोगों का यह भी मानना है कि ऑनलाइन फार्म भरे जाने की वजह से परीक्षार्थियों का डाटा कई जगहों पर बंट गया है, मसलन-साइबर कैफे और अन्य ऑनलाइन फार्म भरने वाले स्थानों पर. बताया जा रहा है कि डाटा वहां से भी गायब किया जा सकता है.
फोन करने वाले के पास है डाटा
रविवार को पटना के टीवी चैनल को कई लड़कों ने फोन कर कहा कि उन्हें दोबारा फोन आ रहा है, फोन करने वाला बता रहा है कि तुम इस विषय में फेल हो और एकाउंट में पैसा डालो नहीं तो तुम्हें फेल कर दिया जायेगा. इतना ही नहीं फोन करने वाले के पास परीक्षार्थियों का पूरा डाटा मौजूद है. रोल नंबर, रोल कोड और फोन नंबर के अलावा सभी जानकारी उनके पास है. छात्रों की शिकायत पर जब कथित नंबर पर नाम बदलकर पत्रकारों द्वारा फोन किया गया था, उधर से कहा गया है कि आप पैसा भेज दीजिए, आपका काम हो जायेगा. साइबर मामलों के जानकार कहते हैं कि संभवतः बिहार बोर्ड के डाटा को किसी तरीके सेगलतहाथों में चला गया है. वरना विशाखापटनम में बैठकर कोई कैसे परीक्षार्थियों का डिटेल खंगाल सकता है ?
इस नंबर से आ रहा है फोन
फोन करने वाला अपने आपको राहुल बता रहा है, जिस नंबर से लड़कों को फोन आ रहा है वह नंबर है 07543978591. साथ ही परीक्षार्थियों को सुंदरगढ़ ओड़िसा में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एकाउंट नंबर 20403385879 देकर इसमें पैसे डालने के लिये कहा जा रहा है. फिलहाल इन नंबरों को पटना पुलिस के आला अधिकारियों तक मीडिया द्वारा पहुंचा दिया गया है. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि फोन करने वाले के पास परीक्षार्थियों के अलावा बोर्ड कार्यालय का पूरा डाटा मौजूद है. जानकार मानते हैं कि इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह पूरी तरह शातिर लोगों का खेल है, और उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डाटा को कहीं ना कहीं से जमा कर लिया है और छात्रों से पैसा ऐंठ रहे हैं.
15 जून को जारी हो सकता है मैट्रिक का रिजल्ट
बिहार बोर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक मैट्रिक का रिजल्ट 15 जून को जारी हो सकता है. इस रिजल्ट को लेकर छात्र काफी उत्साहित हैं, वहीं दूसरी ओर बोर्ड की ओर से काफी सावधानी बरती जा रही है. हालांकि, 30 मई को जारी हुए इंटर के रिजल्ट में इस बार भारी गिरावट दर्ज हुई, वहीं एक बार फिर टॉपर विवाद सुर्खियों में है. रिजल्ट को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है. वहीं इसी वर्ष एक मार्च से 8 मार्च तक चली मैट्रिक की परीक्षा का रिजल्ट 10 दिन बाद आने की संभावना जतायी जा रही है.
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