दोपहर बाद से मैच फीवर में डूबे रहे क्रिकेट प्रेमी, रात में दीवाली
पटना : क्रिकेट के जुनून में राजधानी ने जून की गरमी को कुछ इस कदर भुलाया कि देर रात तक जीत का जश्न मनता रहा. इंडिया ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी और क्रिकेट के दीवानों को सुकून मिल गया.
इसे लेकर पटनावालों ने जम कर धूम-धड़का मचाया. रात के साढ़े ग्यारह बजते ही शहर में जश्न शुरू हो गया और लोगों ने मिठाइयां भी बांटी. दिन भर शहर के तमाम पब्लिक प्लेस, इंस्टीट्यूट के हॉस्टल, मार्केट और चाय दुकानों में हर बॉल पर नजरें टिकी रहीं, जब तक इंडिया ने मैच नहीं जीता. पहले इंनिग में जहां इंडियन टीम की बैटिंग का थी, तो वहीं दूसरी इनिंग में भी स्पिनरों की बाॅलिंग पर खूब धमाल मचा.
टीवी से चिपके रहे राजधानीवासी : एक तो संडे और ऊपर से इंडिया- पाकिस्तान का मैच, तो आखिर क्रिकेट के दीवाने जहां टीवी स्क्रिन पर मैच चलता दिखा, वहीं जम गए.
बोरिंग रोड हो या कंकड़बाग जहां पर लोग घर में मैच देखना चूक गये, शो रूम के टीवी स्क्रिन पर लोगों ने घंटों खड़े- खड़े ही मैच देखा. इंद्रपुरी के सत्यम, शिवम और छोटू कुमार ने बताया कि वह हर संडे क्रिकेट खेलने ग्राउंड पर जाता है लेकिन इंडिया- पाकिस्तान की भिड़ंत को भला कैसे मिस कर सकता था सो घर पर ही दिनभर मैच देखा वहीं बोरिंग रोड के रहनेवाले सुशील कुमार ने कहा कि इंडिया पाकिस्तान का मैच किसी भी वर्ल्ड कप के मैच से कम नहीं है सो मैंने पास के माल में ही दोस्तों के साथ जम कर मस्ती की.
हॉस्टलों में क्रेजी हुए युवा क्रिकेट का रहा खुमार
बीआइटी, आइआइटी, निफ्ट, एमएमसी के हॉस्टलों में छात्रों ने दिन भर सब टेंशन भूल क्रिकेट को अपने ग्रुप के साथ एंज्वाय किया. इस बारे में सीएनएलयू के स्टूडेंट राघव ने कहा कि वह पहले से ही कॉमन रूम में लगे टेलीविजन से चिपक कर बैठा था और खेल को अंत तक देख बहुत रोमांचित हुआ.
शायद यह कई दिनों के बाद ऐसी गजब की क्रेजिनेस दिखी वहीं आईआईटी के इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने बताया कि उसे पहले ही जीत का भरोसा था और कोहली के धुरंधरों ने निराश नहीं किया एमएमसी हॉस्टल में भी गर्ल्स ने मैच एंज्वाय किया. शहर के विभिन्न होटलों में इंडिया- पाकिस्तान के मैच देखने के लिए जबरस्त दिलचस्पी दिखाई दी. इसे लेकर होटल मैनेजमेंट ने खास इंतजाम किया था.
दिन में रहा सन्नाटा, रात में चौक-चौराहों पर जश्न
मौर्यालोक, पीएनएम मॉल, रिलायंस की शाॅपिंग मार्ट, बिग बाजार ही नहीं कॉलोनियों की दुकानों में भी सन्नाटा रहा.कहीं-कहीं इक्का-दुक्का भीड़ दिखी, जहां कहीं टेलीविजन की कोई कॉमन व्यवस्था की गयी थी. इसके कारण मार्केट की रौनक क्रिकेट के लिए चली गयी थी. संडे होने के बावजूद लोग घरों से बहुत कम ही निकले. देर रात में दिवाली मनी. संडे को 11:30 बजे तक मैच इंडिया ने समेट लिया और लोगों ने पटाखे जलाने शुरू कर दिये. इसके बाद तो सड़कों के किनारे, कॉलोनियों की बाॅलकनी पर लोगों ने पटाखे छोड़े.