किंग्स कॉलेज लंदन के शोधार्थियों ने अपने अध्ययन से निष्कर्ष निकाला है कि मोटे बच्चों के टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त होने का खतरा सामान्य बच्चों के मुकाबले कहीं ज्यादा होता है. दो से 15 वर्ष के 3,69,362 बच्चों के बीएमआइ व डायबिटीज डायग्नॉसिस रिकॉर्ड का अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं.
इस संबंध में एंडोक्राइन सोसायटी में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, जो बच्चे मोटे होते हैं, उनके 25 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त होने का खतरा चार गुना तक ज्यादा बढ़ जाता है. एक अनुमान के अनुसार, वैश्विक स्तर पर हर 11 में से एक वयस्क व्यक्ति टाइप 2 डायबिटिज से पीड़ित है.
वहीं, क्लीवलैंड क्लिनिक व न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधार्थियों के अनुसार, मोटापे के कारण होने वाली मृत्यु की दर धूम्रपान से अधिक है. इतना ही नहीं, शोधार्थियों ने यह भी बताया कि तंबाकू सेवन से जितने लोगों की जान जाती है, उससे 47 प्रतिशत तक ज्यादा लोग मोटापे के कारण मौत का शिकार हो जाते हैं.