अब देखना यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्थल बोधगया नगर क्षेत्र में अगले पांच वर्षों के लिए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की जिम्मेवारी किसे दी जाती है, ताकि पिछले सदन द्वारा शुरू किये गये विकास कार्यों को बेहतर ढंग से और गति दी जा सके.
बोधगया में मुख्य रूप से बौद्ध देशों के पीएम, प्रेसिडेंट व अन्य विशिष्ट लोग भी आते रहते हैं. इसके अलावा विभिन्न तरह के अंतरराष्ट्रीय आयोजन व बैठकों में भी बोधगया का प्रतिनिधित्व करने का अवसर नगर पंचायत के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को भी मिलते रहता है. बोधगया के लोगों में इस बात की भी चर्चा हो रही है कि बोधगया नगर पंचायत का प्रतिनिधित्व करनेवाले लोगों को शैक्षणिक व बौद्धिक स्तर पर पर परिपक्व होना चाहिए. बहरहाल, आगामी नौ जून को निर्वाचित पार्षदों के शपथ ग्रहण के साथ ही अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का भी चुनाव हो जायेगा. तब तक यहां गोलबंदी व गुटबंदी का खेल जारी रहेगा.