डीआइजी ने मंदिर परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा से संबंधित बिंदुओं पर डीएम कुमार रवि से मंत्रणा भी की. इस दौरान मंदिर की सुरक्षा में तैनात किये गये जवानों की संख्या, उनके बैरक व अन्य जानकारियां उन्हें उपलब्ध करायी गयी. बाद में डीएम कार्यालय में सीआइएसएफ की तैनाती को लेकर विमर्श किया गया. हालांकि, केंद्र के निर्णय के बाद अब राज्य सरकार द्वारा जवानों की तैनाती की स्वीकृति दी जानी बाकी है.
गौरतलब है कि सात जुलाई 2013 की अहले सुबह आतंकियों द्वारा महाबोधि मंदिर परिसर में चार स्थानों पर ब्लास्ट कर दिया गया था. इसमें सिर्फ दो लोग घायल हुए थे. सिलसिलेवार धमाके में बोधगया के 80 फुट बुद्ध मूर्ति, तेरगर मोनास्टरी व एक पर्यटन बस में भी ब्लास्ट हुआ था. इसके बाद से ही महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में सीआइएसएफ की तैनाती की मांग की जा रही थी. फिलहाल मंदिर की सुरक्षा बीएमपी के जवानों के हवाले है.