पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मंगलवार को जारी इंटर साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के रिजल्ट के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. रिजल्ट में हुई गड़बड़ी के विरोध में बुधवार सुबहभारीसंख्या में छात्र काउंसिल कार्यालय के पास जमा हो गये और सरकार का विरोध करना शुरू किया. छात्रों के साथ पुलिस की तीखी नोकझोंक हुई और पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज कर दिया. पूरे हंगामे की खबर मिलने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को तलब किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिजल्ट पर मचे बवाल को लेकर नीतीश कुमार काफी खफा हैं.
नीतीश कुमार ने अधिकारियों और शिक्षा मंत्री के साथ एक घंटे तक बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये. बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार ने पिछली बार परीक्षा में कदाचार को देखते हुए इस बार फैसला लिया था कि हर हाल में परीक्षा को कदाचार मुक्त किया जायेगा. उसके परिणामस्वरूप इस बार कदाचारमुक्त परीक्षा हुई और भारी संख्या में छात्र फेल कर गये. मुख्यमंत्री ने इस मसले पर बातचीत की और सूबे के इंटर और नौवीं-दसवीं कक्षा के विद्यालयों को शैक्षणिक रूप से मजबूत करने की बात कही. शिक्षा मंत्री ने कहा कि उस पर काम चल रहा है, बहुत जल्द सरकार उस पर एक्शन लेगी.
हालांकि, मंगलवार को रिजल्ट जारी होने के बाद मीडिया से बातचीत में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर. के महाजन ने मीडिया को बताया था कि फेल हुए छात्रों को जल्द ही बोर्ड जुलाई में एक मौका और देगा और उन्हें इस एक महीने में बेहतर तरीके से पढ़ाई करनी चाहिए. दूसरी ओर छात्रों और अभिभावकों की मांग है कि कॉपियों की जांच नहीं की गयी है और रिजल्ट को जान-बूझकर गड़बड़ किया गया है. ज्ञात हो कि कॉपी जांचने के समय शिक्षकों की हड़ताल चल रही थी. मंगलवार को प्रकाशित हुए रिजल्ट में आठ लाख के करीब छात्र फेल हो गये हैं. उसके बाद पूरे बिहार में इसे लेकर बवाल मचा हुआ है.
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