नयी दिल्लीः अब तक आतंकवादी हमारे देश के नेताओं की हिट लिस्ट बनाते थे, उनकी हत्या करने की धमकी देते थे. लेकिन, घाटी को आतंक से मुक्त करने के लिए सुरक्षा बलों ने आतंकवादी संगठनों के टॉप कमांडरों की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है. फिलहाल 12 खूंखार आतंकवादियों, जिसमें रियाज नाइकू, सद्दाम पद्दार, शौकत अहमद टॉक, वासिम अहमद, जाकिर राशिद भट्ट और जीनत उल इसलाम के नाम शामिल हैं, की सूची बनायी गयी है.
सुरक्षा बलों का मानना है कि यदि इन 12 कमांडरों का सफाया हो जाये, तो आतंकवादियों की कमर टूट जायेगी. सुरक्ष बलों ने हाल ही में हिजबुल के टॉप कमांडर सबजार को मार गिराया है. फिलहाल घाटी में हिजबुल मुजाहिद्दीन, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के करीब 200 आतंकवादी सक्रिय हैं. सुरक्षा बलों ने इस साल अब तक 56 आतंकियों को मार गिराया है. इससे पहले वर्ष 2016 में सुरक्षा बलों ने 141 आतंकवादियों को मार गिराया था.
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सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की जो हिट लिस्ट तैयार की है, उसमें पहले नंबर पर है लश्कर-ए-तैयबा का अबु दुजाना. पाकिस्तान का रहनेवाला यह खूंखार आतंकवादी दक्षिण कश्मीर में लश्कर का डिवीजनल कमांडर है. यह ए++ कैटेगरी का आतंकवादी है. उस पर सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. अबु दुजाना भागने में माहिर है. तुरंत अपनी रणनीति बदल कर सुरक्षा बलों को चकमा देकर फरार हो जाता है. कश्मीर में 2014 से सक्रिय दुजाना कई बार सुरक्षा बलों को चकमा देकर भाग चुका है.
हिज्बुल मुजाहिदीन का रियाज नाइकू उर्फ जुबैर दूसरे नंबर का सबसे खूंखार आतंकवादी है. अवंतीपुरा का रहनेवाला यह आतंकवादी पहले हिजबुल मुजाहिदीन का पुलवामा का डिस्ट्रिक्ट कमांडर था. अब वह घाटी में हिजबुल कमांडर का प्रमुख बन गया है. हिजबुल चीफ सबजार के मारे जाने के बाद उसे संगठन की कमान सौंपी गयी है. वर्ष 2012 में आतंकवादी बना नाइकू ए++ कैटेगरी का आतंकी है.
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हिजबुल मुजाहिदीन के डिवीजनल कमांडर जाकिर राशिद भट्ट उर्फ मूसा का भी खौफ कम नहीं है. मूसा ने हाल ही में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के सिर काटने की धमकी दी थी. वर्ष 2013 से हिजबुल में सक्रिय मूसा ए++ कैटेगरी का आतंकी है. सन 2013 में आतंकी बना मूसा दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा का ही रहनेवाला है. सबजार के मारे जाने के बाद रियाज नाइकू को हिजबुल की कमान सौंपे जाने की वजह से फिलहाल वह संगठन से नाराज चल रहा है.
इसके बाद नंबर आता है सद्दाम पद्दार उर्फ जैद का. हिज्बुल मुजाहिदीन के शोपियां का कमांडर सद्दाम भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. पिछले साल मारे गये हिजबुल आतंकवादी बुरहान वानी का यह करीबी साथी है. दो साल पहले आतंकी बना, लेकिन इलाके में इसने काफी दहशत फैला रखी है.
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हिजबुल मुजाहिदीन का अल्ताफ अहमद डार उर्फ काचूरु भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. हिजबुल का कुलगाम इलाके का डिस्ट्रिक्ट कमांडर है. यह सन् 2006 से इलाके में सक्रिय है. हिजबुल मुजाहिदीन का बडगाम डिस्ट्रिक्ट कमांडर मोहम्मद यासीन इट्टू उर्फ मंसूर ए कैटेगरी का आतंकी है. 2015 में आतंकी बना इट्टू बडगाम के ही चाद्दूरा का रहनेवाला है.
खूंखार आतंकवादियों की सूची में अबु हमास का भी नाम शामिल है. जैश-ए-मोहम्मद का यह आतंकवादी पाकिस्तान का रहनेवाला है. वर्ष 2016 में जैश में भरती हुआ था. वर्तमान में वह जैश का डिवीजनल कमांडर है. इसे भी ए++ कैटेगरी में रखा गया है.
सुरक्षा बलों की नजर में लश्कर का डिस्ट्रिक्ट कमांडर शौकत अहमद टॉक उर्फ हुजैफा भी कम खतरनाक नहीं है. यह अवंतीपुरा के पंजगाम का रहनेवाला है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है, जो आतंकवाद की दुनिया में वर्ष 2011 से सक्रिय है. लश्कर-ए-तैय्यबा का ही बशीर अहमद वानी उर्फ लश्कर अनंतनाग का डिस्ट्रिक्ट कमांडर है. ए++ कैटेगरी का यह आतंकवादी कोकरनाग का रहनेवाला है. 2015 से सक्रिय है. लश्कर का ही वासिम अहमद उर्फ ओसामा शोपियां का लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर है. यह शोपियां का ही रहनेवाला है. 2014 से आतंक की दुनिया में सक्रिय ए++ कैटेगरी का यह खूंखार आतंकवादी बुरहान वानी के ग्रुप में था.
जीनत उल इसलाम उर्फ अल्कामा लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है. शोपियां के सौगाम जानीपुरा का रहनेवाला यह आतंकी 2015 से लश्कर में सक्रिय है. जुनैद अहमद मट्टू उर्फ कांडरु लश्कर का डिस्ट्रिक्ट कमांडर है. 2015 में आतंकी बना कुलगाम का रहनेवाले कांडरु ए कैटेगरी का आतंकी है.
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पिछले साल सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में 141 आतंकियों को मार गिराया था. इस साल अब तक 56 आतंकी मारे गये हैं. अभी कश्मीर में 200 से 225 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें से 100 से 125 साउथ कश्मीर में तो बाकी उत्तरी कश्मीर में सक्रिय हैं. दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा बलों को ऑपरेशन चलाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं, क्योंकि इनमें से ज्यादातर आतंकी स्थानीय हैं. स्थानीय होने की वजह से क्षेत्र के लोगों का इन्हें समर्थन मिल जाता है और इसी का फायदा उठा कर आतंकवादी सुरक्षा बलों को चकमा देने में कामयाब हो जाते हैं.
नाॅर्थ कश्मीर में विदेशी आतंकियों की तदाद ज्यादा है. वैसे सुरक्षा बलों की मानें, तो अब जम्मू इलाके में आतंकी न के बराबर रह गये हैं. खासकर राजौरी, पुंछ जैसी जगहों पर गिनती के आतंकी रह गये हैं. जो बच गये हैं, उन्हें स्थानीय लोगों का समर्थन नहीं मिल रहा है. सुरक्षा बलों का मानना है कि जिन आतंकियों की तसवीरें जारी हो चुकी हैं, वे तो वैसे भी निशाने पर हैं. इनके बारे में लगातार खबरें मिलती रहती हैं. आज नहीं तो कल इन सारे खूंखार आतंकियों का सफाया तय है.