पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद साइंस की टॉपर खुशबू काफी भावुक हो गयीं. एकक्षेत्रीय चैनल से बातचीत में खुशबू ने कहा कि मैं साइंस की टॉपर हूं, लेकिन मैं इस परिणाम से खुश नहीं हूं. मुझे उम्मीद थी, मुझे 95 फीसदी से ज्यादा मार्क्स आयेंगे, लेकिन उन्हें 500 में से कुल 431 यानी 86.02 फीसदी ही अंक मिले. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि यह कैसे हुआ. खुशबू ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मैं और मेरी बहन प्रीति दोनों सिमुलतला आवासीय विद्यालय की छात्रा हैं. हमदोनों ने काफी मेहनत की थी, लेकिन रिजल्ट के बाद उन्हें काफी आश्चर्य हुआ. मैथ में 98, फिजिक्स में 91 और केमेस्ट्री में 91 और इंग्लिश में 73 अंक मिले हैं. हिंदी में उन्हें सिर्फ 78 अंक मिले हैं.
खुश है पूरा परिवार
खुशबू के पिता अभय कुमार बिजली विभाग में एसडीओ के पद पर तैनात हैं और मां अनिता गृहणी हैं. खुशबू के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि अभय कुमार की दोनों बेटियां पढ़ने में काफी तेज थी. बच्चों का लालन-पालन भी अच्छे परिवेश में हुआ है. खुशबू औरंगाबाद के मदनपुर गांव की रहने वाली है और सिमुलतला आवासीय विद्यालय की छात्रा है. खुशबू की पांच बहनें और एक भाई है. रिजल्ट के बाद खुशबू के गांव में भी काफी खुशी है. लोग अभय कुमार की बेटियों की काफी तारीफ कर रहे हैं.
राजनीति शुरू
रिजल्ट आने के बाद काफी संख्या में परीक्षार्थियों के फेल हो जाने से बिहार में राजनीति भी शुरू हो गयी है. बिहार बीजेपी के नेता और विधान पार्षद विनोद नारायण झा ने शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि इस सरकार ने बच्चों का भविष्य चौपट कर दिया. वहीं शिक्षा मंत्री ने रिजल्ट को बेहतर बताया है. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन ने कहा कि जुलाई में फेल हुए परीक्षार्थियों को एक और मौका दिया जायेगा. उन्होंने मीडिया से बातचीत में माना कि रिजल्ट ठीक नहीं हुआ है. इस बार आर्ट्स में कुल 37.13 फीसदी, कॉमर्स में 73.76 फीसदी और साइंस में सबसे कम 30.11 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए हैं.