रांची: हमें अपने मन से नहीं बल्कि परमेश्वर की इच्छा के अनुसार चलना है. इससे हम अपने अौर दूसरों के लिए सही निर्णय ले सकेंगे. यह तभी हो सकता है जब हम यीशु को प्यार करते अौर उनके वचनों के अनुसार चलते हैं. उक्त बातें सोमवार को सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस की प्रथम महिला नूतन बास्के […]
रांची: हमें अपने मन से नहीं बल्कि परमेश्वर की इच्छा के अनुसार चलना है. इससे हम अपने अौर दूसरों के लिए सही निर्णय ले सकेंगे. यह तभी हो सकता है जब हम यीशु को प्यार करते अौर उनके वचनों के अनुसार चलते हैं. उक्त बातें सोमवार को सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस की प्रथम महिला नूतन बास्के ने कही. वे होली ट्रिनिटी चर्च कडरू में अवकाशकालीन बाइबल पाठशाला के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थी.
अवकाशकालीन बाइबल पाठशाला का मूल विषय संत पॉल द्वारा रोम की कलीसिया को लिखी गयी पत्री अध्याय दस से लिया गया है. आज पाठशाला की शुरुआत शोभायात्रा से हुई. जिसके बाद आराधना के दौरान बच्चों ने ईश्वर की महिमा गीत गाये. पाठशाला में बच्चों को पांच वर्ग में बांटा गया है, इसमें कक्षा एक से बारहवीं तक के बच्चे हैं.
बच्चों को बाइबल के वचनों को सिखाने के अलावा लघु नाटिकाएं, गीत, संगीत अौर खेलकूद जैसी गतिविधियों में शामिल किया जा रहा है. आज उद्घाटन सत्र में रेव्ह सामुएल नाग, रेव्ह केएम फिलिप, रेव्ह अशोक मानकी, प्रेम कुजूर, डॉ अनुज तिग्गा, एनी मोरसा, अमित तिग्गा सहित अन्य उपस्थित थे.