मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में इमरजेंसी वार्ड में 35 बेड पर 104 मरीज भरती हो गये. रविवार को मरीजों की संख्या बढ़ता देख स्वास्थ्य मैनेजर प्रभात कुमार ने मरीजों के बीएचटी देखे बिना ही जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया. नियमानुसार वार्ड शिफ्टिंग में डॉक्टर की राय अहम मानी जाती है. मरीज के चेकअप के बाद ही शिफ्ट करते है. इधर, देर शाम जबरन जनरल वार्ड में शिफ्टिंग करने पर 35 मरीजों ने अस्पताल छोड़कर चले गये. कुछ मरीजों को बेड पर शिफ्ट कर दिया गया,
बाकी मरीजों को फर्श पर ही जगह मिल सकी. चिकित्सकों ने वहीं पर उनका इलाज भी शुरू कर दिया. स्टैंड कम होने के कारण कई मरीजों के परिजन हाथ में स्लाइन की बोतल लिए खड़े थे. इमरजेंसी में आने वाले मरीज को गंभीर मरीज को बेड नहीं मिलने की शिकायत पर स्वास्थ्य मैनेजर प्रभात कुमार ने वार्ड का निरीक्षण किया. इस दौरान बेड पर बैठे मरीजों को चिन्हित कर नाम पूछ कर उसका बीएचटी निकाला गया. बीएचटी को डॉक्टर के पास भेज दिया गया.
इमरजेंसी में परेशानी को देखते हुए डॉक्टर ने सभी मरीजों को जनरल वार्ड में शिफ्ट करने की अनुशंसा कर की. मैनेजर ने बताया कि बेड पर मिले नॉर्मल मरीजों को जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है. पानी निकासी बंद रहने के कारण इमरजेंसी के छत पर जमे बारिश के पानी को वार्ड से ही गिराया जा रहा था. इससे फर्श पर भरती मरीजाें को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा.