मोहनपुर : प्रखंड कार्यालय से करीब सात किलोमीटर दूरी पर स्थित है ठढ़ियारा पंचायत. ग्रामीणों ने प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में बेबाकी से अपनी समस्या रखी. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायतीराज के बाद गांवों के विकास की गति धीमी है. पंचायत में पानी, शिक्षा, शौचालय, सड़क, नाला, तालाब व पेंशन आदि से वंचित हैं. पंचायत में 70 प्रतिशत आदिवासी हैं. लेकिन गांवों में आज भी विकास नहीं हुआ है.
रक्तरोहना, शिवनगर, खपचवा, नावाडीह गांव में सड़क नहीं है. लोगों को बरसात के दिन में आवागमन करने में काफी दिक्कत होती है. पेयजल की समस्या सभी गांव में है. सिंचाई के लिए गांव में कूप तालाब नहीं है. पंचायत के 50 प्रतिशत लोग मजदूरी के लिए बाहर जाते हैं. सैकड़ों लोग राशन कार्ड से वंचित रह गये. गिने चुने लोगों को ही पेंशन का लाभ मिला है. गरीब होते हुए भी योग्य व्यक्तियों को आवास का लाभ नहीं मिला. गांव में एक भी शौचालय तक नहीं बना. कई जनोपयोगी योजनाओं से लोग वंचित.
कहती हैं मुखिया स्नेहलता किस्कू
पंचायत में विकास के लिए 1400 फीट पीसीसी पथ, 500 फीट नाला, तीन चापानल, 50 डोभा, 44 पेंशन आदि का काम किये. प्रज्ञा केंद्र घर से चलाया जा रहा है. जिसकी शिकायत भी की गई है. लोगों को काफी समस्या होती है. पंचायत विकास के लिए सड़क बिजली, पानी की जरूरत है.