छपरा(कोर्ट) : दहेज में मोटरसाइकिल नहीं मिलने पर ससुरालवालों द्वारा एक विवाहिता की हत्या कर दिये जाने का एक मामला सीजेएम न्यायालय में दर्ज कराया गया है. मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के करिंगा कोठी निवासी जनक महतो की पत्नी और मृतका सुमन उर्फ पम्मी की मां संगीता देवी ने दर्ज कराते हुए पुत्री के पति […]
छपरा(कोर्ट) : दहेज में मोटरसाइकिल नहीं मिलने पर ससुरालवालों द्वारा एक विवाहिता की हत्या कर दिये जाने का एक मामला सीजेएम न्यायालय में दर्ज कराया गया है. मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के करिंगा कोठी निवासी जनक महतो की पत्नी और मृतका सुमन उर्फ पम्मी की मां संगीता देवी ने दर्ज कराते हुए पुत्री के पति अखिलेश महतो उसकी मां राजवंती कुंवर के अलावे भाई और बहन को भी अभियुक्त बनायी है. आरोप है कि उसकी पुत्री के पति व अन्य मोटरसाइकिल की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित किया करते थे.
जिसका विरोध करने पर सभी ने मिल कर पम्मी को 17 मई को जला कर हत्या कर दिया. सूचना मिलने पर पम्मी के पिता गये तो सभी ने उनको बंधक बना लिया और पोस्टमार्टम तक कैद रखा तथा उन्हें भय दिखा कई कागज पर हस्ताक्षर भी कराया तब जाकर छोड़ा. सीजेएम द्वारा इस मामले में थानाध्यक्ष को अविलंब प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है.
वहीं, मायके से दहेज में पांच लाख की राशि नहीं लाने पर ससुराल वालों द्वारा एक विवाहिता को जला कर मार डालने का प्रयास किये जाने का एक मामला सीजेएम न्यायालय में दर्ज कराया गया है. मामला दर्ज कराने वाली विवाहिता प्रीतिलता का आरोप है कि उसकी शादी दो वर्ष पूर्व सोनपुर के भरपुरा टोला निवासी जयनाथ सिंह के पुत्र मिथिलेश कुमार से यह बता कर किया गया कि लड़का आइटीआइ पास कर मुंबई के एक कंपनी में कार्य करता है. जबकि यह सरासर झूठ था. शादी के कुछ दिन बाद ही पता चल गया कि लड़का बेरोजगार और शराबी है. पति और उसके परिजन उससे पांच लाख रुपये मायके से लाने नहीं तो हत्या कर देने की धमकी देते थे उसी क्रम में उसे जला कर मारने का प्रयास किया गया. परंतु, वह किसी प्रकार भाग कर अपना जान बचायी. सीजेएम ने इस मामले में थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने तथा अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है.