कोलकाता : कांग्रेस और वामदल पश्चिम बंगाल विधानसभा के आगामी सत्र में तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायेंगे. कांग्रेस ने कहा कि वह वाम मोर्चा के साथ मिल कर यह अविश्वास प्रस्ताव लायेगी. कांग्रेस के पांच विधायकों ने पाला बदलकर सत्तारूढ़ पार्टी का दामन थाम लिया, जिसके बाद सदन में उसके सदस्यों की संख्या घट कर 39 हो गयी है. वाम मोर्चा के विधानसभा में 31 सदस्य हैं. तृणमूल कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-वाम गंठबंधन को हराया था और 211 सीटें हासिल की थीं.
विपक्ष के नेता एवं प्रदेश कांग्रेस नेता अब्दुल मनान ने कहा, ‘‘हमने तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्ववाली भ्रष्ट सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. इस निकाय चुनाव में लोकतंत्र की बर्बरता से हत्या की गयी. सोमवार को पुलिस ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनकारियों पर बिना किसी उकसावे के लाठी चार्ज किया. पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया.’ उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल शासन में बंगाल की राजनीति में बच्चों की तस्करी, चिट फंड और विधायकों की खरीद फरोख्त नियमित चीजें हो गयी हैं.’
संख्या बल की कमी के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ कांग्रेस विधायक मनोज चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘यह (अविश्वास प्रस्ताव) जीत या हार का सवाल नहीं है. यह सरकार की अलोकतांत्रिक एवं तानाशाही तरीके से काम करने की नीति के खिलाफ हमारा विरोध और जनाक्रोश दर्ज कराने के लिए है.’ राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के प्रस्ताव को लेकर मनान का उपहास किया और कहा, ‘‘वे जो चाहते हैं, वह कर सकते हैं.’