कोलकाता : माकपा के नवान्न अभियान के दौरान पुलिस की नाकामी को सामने ला रहे पत्रकारों पर पुलिसवालों ने जमकर अपना गुस्सा निकाला. मध्य कोलकाता के मेयो रोड में नवान्न अभियान को कवर करने पहुंचे मीडियाकर्मियों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा. गंदे, अभद्र अपशब्दों का प्रयोग करते हुए महिला पत्रकारों पर भी जम कर लाठियों व पाइपनुमा रड से हमला किया. मीडियाकर्मी हाथों में कैमरा व माइक लेकर कराहते रहे, लेकिन पुलिसकर्मियों का उन पर डंडा चलाना नहीं रुका.
पुलिस के इस हमले में कैमरा व माइक हाथों में लिये 15 से अधिक पत्रकार व फोटो जर्नलिस्ट बुरी तरह से जख्मी हो गये. इनमें से पांच लोगों को विभिन्न सरकारी अस्पताल में भरती कराया गया है.
पत्रकारों ने अपना आई कार्ड अपने गले में लटका रखा था इसके बावजूद उनपर पुलिस के लाठी चार्ज का अथ यही निकाला जा रहा है कि जान बूझकर पत्रकारों को निशाना बनाया गया है. पुलिसवालों ने महिला पत्रकारों को भी नहीं छोड़ा.
घटना के बाद मीडियाकर्मियों का वीडियो वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर बंगाल पुलिस की ख्जमकर आलोचना हो रही है. वीडियो में दर्द से कराहते पत्रकार अस्पतालों में भरती हैं. पुलिस द्वारा छोड़े गये आसू गैस के गोले में भी कुछ पत्रकार जख्मी हुए हैं.
मीडियाकर्मियों पर पुलिस की लाठीचार्ज के विरोध में पत्रकारों ने मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के सामने धरना दिया. यह धरना प्रदर्शन सोमवार को दोपहर के करीब 3.30 बजे शुरू हुआ था. इसके बाद पत्रकारों ने विरोध में करीब आधे घंटे तक मेयो रोड का अवरोध किया. स्थिति को सामान्य करने डीसी (एसटीएफ) मुरलीधर शर्मा मौके पर पहुंचे. उन्होंने धरना दे रहे पत्रकारों को समझाने की कोशिश की.