उन्होंने खुलेआम यह बात स्वीकार की है. दक्षिण कांथी विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में तृणमूल को भले ही जीत मिली हो लेकिन भाजपा का वोट प्रतिशत छह फीसदी से बढ़कर 31 फीसदी हो गया. विशेषज्ञों के मुताबिक इसके पीछे भाजपा की खुद से अधिक वामपंथियों की ताकत है.
इस सफलता के बाद भाजपा पूरे राज्य में अपनी शक्ति बढ़ाने में जुट गयी है. रोजाना ही जिले के विभिन्न प्रांतों में सभा, बैठक, जुलूस आदि का आयोजन भाजपा की ओर से हो रहा है. यहां हर सभा में भीड़ लगातार बढ़ रही है. नये चेहरे दिखाई दे रहे हैं. इन चेहरों में अधिकांश ही वाममोरचा के निचले स्तर के नेता व कार्यकर्ता आदि हैं. लक्ष्मण सेठ के दिशा निर्देश पर यह हो रहा है. हाल ही में पूर्व मेदिनीपुर के रामनगर, पांसकुड़ा, हल्दिया, कांथी, तमलुक आदि में भाजपा ने सभाएं करके अपनी पार्टी में अन्य दलों के नेता-कार्यकर्ताओं को शामिल कराया है.