इस दौरान मुखौटा पहने दूसरे अपराधी ने सामने आकर उनकी बाइक रोकने की कोशिश की. नहीं रुकने पर डंडा से वार किया. डंडा उनके पेट में लगा. वह किसी तरह वहां से भागे. दिवाकर ने इस संबंध में सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. रात में चेशायर होम रोड से गुजरनेवाले अन्य मीडियाकर्मियों ने बताया कि उक्त रोड में कभी भी पुलिस तैनात नहीं रहती है. पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ी भी वहां कभी नहीं देखी गयी है.
वहीं, दूसरी ओर 14 मई की रात बाइक पर सवार अपराधियों ने अपर बाजार में मीडियाकर्मी प्रणव को रोकने की कोशिश की. उनका पीछा करते हुए अपराधी हरमू रोड तक पहुंच गये. हरमू रोड में भी बाइक सवार तीन अपराधियों ने उनका पीछा किया. उनकी बाइक के आगे अपराधी अपनी बाइक से स्टंट करने लगे, ताकि उन्हें रोका जा सके. उन्हें बाइक रोकने के लिए इशारा भी किया. हालांकि वहां पर उन्होंने बाइक नहीं रोकी और हरमू रोड स्थित एक अखबार के दफ्तर के पास पहुंचने के बाद उन्होंने बाइक रोकी. दफ्तर के गेट के बाहर चार-पांच आदमी को खड़े देख कर अपराधी अपनी बाइक से हरमू पुल की ओर बाइक से निकल गये. हरमू रोड में पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी रहती है. फिर भी अक्सर ऐसा देखा गया है कि पुलिसकर्मी सड़क के किनारे अपनी गाड़ी में ही बैठे रहते हैं. संदिग्ध की तलाशी नहीं लेने के कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है.