देहरादून : केदारघाटी में आयी भीषण प्राकृतिक आपदा के चार साल बाद एक बार फिर वहां सात नरकंकाल मिले हैं. उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) रामसिंह मीणा ने यहां बताया कि ये सभी नरकंकाल इलाके में तलाशी अभियान पर लगी टीमों को भैरव मंदिर के पीछे अलग-अलग जगहों पर मिले हैं.
उन्होंने बताया कि सभी कंकालों का डीएनए नमूने लेने के बाद उनका दाह-संस्कार कर दिया गया है. वर्ष 2013 में जून में आयी प्राकृतिक आपदा में बड़ी संख्या में लोग मारे गये थे और ज्यादातर के शव भी नहीं मिल पाये थे. हालांकि, बाद में समय-समय पर चलाये गये तलाशी अभियान में सैकडों नर कंकाल बरामद भी हुए थे.
मीणा ने बताया कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर दोबारा तलाशी अभियान शुरू किया गया जो फिलहाल जारी रहेगा. यह विशेष तलाशी अभियान आपदा से प्रभावित हुए पांच जिलों, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पौड़ी और उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षकों की अगुवाई में चलाया जा रहा है.