इस्लामाबाद : पाकिस्तान के अशांत उत्तरी प्रांत में गुरुवार को विवादास्पद सैन्य अदालतों के जरिये विभिन्न आतंकी गतिविधियों में लिप्त तालिबान के चार और आतंकियों को फांसी दे दी गयी. हाल के दिनों में इस प्रकार की यह दूसरी घटना है. आतंकियों को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फांसी पर लटका दिया गया.
यह तालिबान आतंकियों की गतिविधियों से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है. 2014 में पेशावर पर हुए आतंकी हमले के बाद अभी तक कुल 170 आतंकियों को फांसी दी जा चुकी है. पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने बताया, कि वे लोग विभिन्न आतंकी गतिविधियों समेत निर्दोष नागरिकों की हत्या, संचार साधनों के विनाश, बिजली के ढांचे, शैक्षणिक संस्थानों के विनाश और पाकिस्तान के सशस्त्र बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमले जैसे अपराधों में शामिल थे.
उन्होंने बताया, कि आतंकी हमले के भय से गुपचुप तरीके से काम करने वाली सैन्य अदालतों ने इन आतंकियों पर मुकदमा चलाया. आरोपियों की पहचान मुहम्मद इब्राहिम, रिजवान उल्लाह, सरदार अली और शेर मुहम्मद खान के रुप में हुई है. यह सभी लोग प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सक्रिस सदस्य थे.