ट्रेन में अपने पसंद की सीट चुनने के लिए आपको कुछ अतिरिक्त पैसे देने होंगे. रेलवे की इस नयी योजना पर सोशल मीडिया में तरह-तरह की प्रतिक्रिया है. इनमें पत्रकार रजनीश कुमार झा ने अपने फेसबुक अकाउंट के जरिये रेल मंत्री सुरेश प्रभु को कुछ सुझाव दिये हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा है, इन सुझावों के दम पर रेलवे अपने घाटे से भी उबर सकती है. रजनीश ने 9 सुझाव दिये हैं जिससे रेलवे अपनी आय बढ़ा सकती है.
सुरेश प्रभु द्वारा लोअर बर्थ विंडो सीट के लिए किराये बढ़ाये जाने के बाद कुछ और भी सुझाव मिले
1) इंजन के साथ वाले डिब्बे का किराया ज्यादा होना चाहिये क्योंकि ये सबसे पहलेपहुंचता है
2) प्लेटफार्म 1 पर ठहरने वाली गाड़ियों का किराया भी ज़्यादा वसूला जाना चाहिए
3) पत्नी को मायके छोड़ने जाते हुए पुरुषों से ४ गुना किराया भी लिया जा सकता है
4) ट्रेन में लटक कर यात्रा करते हुए स्पाईडर मैन की फीलिंग लेने पर एक्स्ट्रा चार्ज लगना चाहिए
5) पायदान पर गमछा बिछाकर बैठने पर दुगुना किराया होना चाहिए
6) पंखा चलाने, मोबाइल चार्जिंग करने का 50 रुपये सरचार्ज भी लिया जाना चाहिये
7) ट्रेन में बैठकर ताश खेलने पर मनोरंजन कर भी वसूल किया जा सकता है
8) सुबह पटरियों पर प्रेस कान्फ्रेंस करने वालों से ५-५ रुपये वसूल करके भी सालाना अरबों रुपए की आय बढ़ाई जा सकती है
9) एक्सप्रेस ट्रेन से ज्यादा, पैसेंजर ट्रेन सैर कराती है, जंगल, पहाड़ और खेतों के बीच रोककर यात्रियों को प्रकृति से संबंध बनाने का अवसर भी प्रदान करती है, अत: उसका किराया भी बढ़ाकर उसे पर्यटन रेलगाड़ी घोषित किया जा सकता है.
ट्रेन में चुन सकेंगे अपनी मनपसंद सीट, लगेंगे एक्सट्रा पैसे
गौरतलब है कि रेलवे ने मनपसंद सीट की नयी सुविधा के लिए काम शुरू कर दिया है. इसके लिए सॉफ्टवेयर भी बदलने की तैयारी है. सूत्रों की मानें तो इस बड़े बदलाव में अभी वक्त लगेगा. इस नयी सुविधा से यात्रियों को लाभ होगा. रेल में कई यात्री ऐसे हैं जो अपनी पसंद की सीट चाहते हैं. बीमार लोगों को ऊपर की बर्थ मिलने पर काफी परेशानी होती है. ऐसे में इस नयी सुविधा से रेलवे भले ही यात्रियों से थोड़ा ज्यादा पैसा ले लेकिन इस सुविधा से यात्रियों को लाभ होगा. साथ ही इसका फायदा रेलवे को भी होगा.