मोतिहारी : पूर्वी चंपारण जिले में बकायेदार (प्रमादी) करीब 50 मिलरों से राशि वसूली को ले एसएफसी प्रबंधक व गठित टीम के पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी. बैठक की अध्यक्षता एसपी जितेंद्र राणा ने की. उन्होंने 24 घंटे के अंदर मिलरों के खिलाफ जारी वारंट की सूची तलब करते हुए कहा कि जिम्मेवार अधिकारी चार दिनों में मील का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट दे ताकि शनिवार को होनेवाली बैठक में इसकी समीक्षा की जा सके.
इन मिलरों पर करीब 42 करोड़ रुपया बकाया था, जिसमें 11 करोड़ जमा हुआ है. ऐसे में अभी भी 31 करोड़ रुपया इन मिलरों पर बकाया है. 28 में नौ प्वाईंट पर प्रभावी जांच अधिकारी से रिपोर्ट तलब की गयी है, जिसमें मील का स्थलीय भौतिक सत्यापन, मिलर द्वारा उद्योग विभाग से लाईसेंस लिया गया है या फर्जी कागजात प्रस्तुत किया गया है, प्रमादी मिलर का पासपोर्ट जब्त करने के साथ हस्तचालन पंजी की भी रिपोर्ट मांगी गयी है. इसके अलावा धान आपूर्ति, भुगतान, मजदूरों की सूची आदि की भी रिपोर्ट देने को कहा गया है. रिपोर्ट न देनेवाले मिलरों का बेल कैंसिल करते हुए आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
मामले में एसएफसी प्रबंधक से भी कुछ मिलरों पर जानकारी मांगी गयी है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके. इसमें यह भी जांच का बिंदु बताया गया है कि धान खरीद के बाद किसानों को जो भुगतान किया गया है वह चेक के द्वारा किया गया है या नकद. क्या भुगतान के समय प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी थे आदि बिंदुओं की भी समीक्षा करने को कहा गया है. मौके पर मुख्यालय डीएसपी गौरीशंकर प्रसाद सिंह, एसएफसी प्रबंधक प्रमोद कुमार सहित पांच इंस्पेक्टर व चार दारोगा ने बैठक में भाग लिया.