फुलवरिया (गोपालगंज) : बैंकों में लगातार चल रहे नकदी के संकट के कारण परेशान ग्राहकों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा. आक्रोशित ग्राहकों ने बैंकों में जम कर हंगामा और तोड़फोड़ की. स्थिति तब और बिगड़ गयी, जब बैंक की सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवानों ने महिला ग्राहकों से बदसलूकी कर दी.
भड़के ग्राहकों ने बैंक की कुरसियां और कांच तोड़ते हुए आगजनी की. गुस्साये लोगों ने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ पर टायर जला कर सड़क को जाम कर दिया. स्थिति विस्फोटक होते देख बैंक ने फुलवरिया थाने को सूचना दी. मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन हालात बेकाबू था. बाद में चार थानों की पुलिस को बुलाया गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस दौरान पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शादी-विवाह का मौसम होने के कारण सोमवार को बैंक खुलते ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी. एक सप्ताह से नकदी का संकट झेल रहे ग्राहकों के सामने जब स्टेट बैंक के कर्मियों ने एक बार फिर नो कैश का बोर्ड लगाया, तो उनका धैर्य जवाब दे गया. ग्राहकों ने बैंक के काउंटर
गोपालगंज में कैश नहीं मिलने…
के शीशे तोड़ दिये. इससे बैंक में अफरा-तफरी मच गयी. जिसके हाथ में जो आया, उसे उसने तोड़ दिया. बैंक की सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों ने जब महिला ग्राहकों से धक्का-मुक्की की, तो ग्राहकों ने बैंक से बाहर आकर उसमें ताला जड़ दिया और बिजली सप्लाइ काट दी. बैंक प्रबंधक ने इस घटना की जानकारी फुलवरिया पुलिस को दी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही ग्राहकों ने जेनेरेटर को फूंकने का प्रयास करने लगे. हालांकि, संयोग से पुलिस मौके पर पहुंच गयी और जेेनेरेटर को जलने से बचा लिया. उसके बाद आक्रोशित लोगों ने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ पर आगजनी कर जाम कर दिया. स्थिति बिगड़ती देख मौके पर भोरे, श्रीपुर, मीरगंज और उचकागांव थानों की पुलिस को भेजा गया,
लेकिन लोग शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे. मौके पर पहुंचे मीरगंज के इंस्पेक्टर रामसेवक यादव ने लोगों को समझाने की पूरी कोशिश की. लोग मरने-मारने पर उतारू थे. स्थिति अनियंत्रित होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया. पुलिस ने जिस युवक को हिरासत में लिया उसे बाद में उसे बांड भरवा कर छोड़ दिया. उधर, जिले के लीड बैंक सेंट्रल बैंक के मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि पिछले महीने से गोपालगंज को आरबीआइ से कैश नहीं मिल रहा है, जिसके कारण सभी बैंकों के पास कैश का संकट बना हुआ है.
राज्य के हालात
पटना में 30% एटीएम पर लगा नो कैश का बोर्ड, कुछ तकनीकी खराबी के कारण बंद, करेंसी चेस्ट खाली
मुजफ्फरपुर, मधुबनी व बेतिया में 90%, समस्तीपुर में 20%, तो दरभंगा में 50% एटीएम में पैसा नहीं
भागलपुर शहर में सोमवार को अधिकतर एटीएम खाली मिलीं
अररिया में एसबीआइ की मुख्य शाखा की एटीएम में कैश आउट, एडीबी की एटीएम का शटर बंद, सेंट्रल बैंक, एक्सिस बैंक की एटीएम भी खाली
सहरसा में एक दिन में निर्धारित 50 हजार रुपये की जगह अधिकतम साढ़े तीन हजार रुपये ही दिये जा रहे हैं
पूर्णिया में भी एसबीआइ रिजनल ऑफिस के सामने स्टेट बैंक की एटीएम में कैश खत्म, मुख्य शाखा में दो में से एक का शटर बंद, दूसरे में भी लंबी कतार थी. कलेक्ट्रेट के सामने यूको बैंक की एटीएम में नो कैश का बोर्ड लगा था
बैंकों ने कहा, आज से होगा सुधार
मांग के अनुसार कैश नहीं है. इससे कैश आउट की समस्या बनी हुई है. लेकिन, इस समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. देर शाम से समस्या में सुधार हो रहा है. मंगलवार की देर शाम तक काफी सुधार हो जायेगा.
राकेश कुमार, स्टेट बैंक के एजीएम (एटीएम परिचालन)
रिजर्व बैंक से 10-15 दिनों से नोटों की सप्लाइ काफी कम हो गयी थी. इससे बैंक काउंटर का काम चलाना मुश्किल हो रहा था. ऐसे में विभिन्न बैंकों के 75-90% तक एटीएम ठप हो गये हैं. सोमवार को सप्लाइ बेहतर हुई है. एक-दो दिनों में हालात सुधर जायेंगे.
राजेश कुमार सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसो.