बर्न / नयी दिल्ली : स्विट्जरलैंड को कालाधन के पनाहगाह के रूप में जाना जाता है. लेकिन, अब ऐसा जान पड़ता है कि इस यूरोपीय देश में नकली भारतीय नोट में भी काफी वृद्धि हुई है. स्विस प्राधिकरणों ने 2016 में जो नकली भारतीय मुद्रा जब्त की है, उसमें चार गुना वृद्धि हुई है. इसके साथ जब्त नकली मुद्रा में यूरो और अमेरिकी डाॅलर के बाद भारतीय रुपया तीसरे स्थान पर आ गया है. जब्त नकली नोट 500 और 1,000 रुपये के मूल्य में थे. इन दोनों को भारत सरकार ने चलन से हटा लिया है. चलन में लाये गये 2,000 रुपये के नये नोट में कोई नकली नोट जब्त नहीं किया गया. नकली नोट और कालाधन की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए 500 और 1,000 रुपये के नोट को भारत सरकार ने चलन से हटाने का फैसला किया.
पुलिस के स्विस फेडरल कार्यालय के ताजा आंकड़े के अनुसार, 2016 में 1,000 रुपये के 1,437 नोट जब्त किये गये, जबकि 500 के पांच नोट जब्त किये गये. वहीं, 2015 में स्विस प्राधिकरण से 342 नकली नोट जब्त किये ये थे. इसमें 500 के पांच नोट तथा 1,000 के 336 नोट थे. इसके अलावा 100 रुपये का एक नोट था.
आंकड़ों के अनुसार, 2016 में नकली स्थानीय मुद्रा के रूप में 2,370 स्विस फ्रैंक जब्त किये गये. विदेशी मुद्रा में नकली यूरो 5,379, जबकि अमेरिका डाॅलर 1,443 पाये गये.
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