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एक क्लिक से पुस्तकों की जानकारी
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का इकलौता व बिहार का पहला मारवाड़ी कॉलेज ऑनलाइन किया गया है. लाइब्रेरी को पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत किया गया है. छात्रों के एक क्लिक पर पुस्तकों की सारी जानकारी मिलेगी. अब छात्र कंप्यूटर की मदद से किताब का नाम, लेखक का नाम, पुस्तक का टाइटल, पब्लिशर का नाम व […]
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का इकलौता व बिहार का पहला मारवाड़ी कॉलेज ऑनलाइन किया गया है. लाइब्रेरी को पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत किया गया है. छात्रों के एक क्लिक पर पुस्तकों की सारी जानकारी मिलेगी. अब छात्र कंप्यूटर की मदद से किताब का नाम, लेखक का नाम, पुस्तक का टाइटल, पब्लिशर का नाम व पब्लिकेशन के वर्ष की सारी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. ऑनलाइन से कौन सी पुस्तक पुस्तकालय के किस हिस्से में रखी है.
इस जानकारी एक क्लिक करने पर ही मिल जायेगी. मारवाड़ी कॉलेज का पुस्तकालय हाइटेक तकनीक से जुड़ गया है. यह सुविधा विवि और उससे जुड़े अंगीभूत कॉलेजों में शुरू नहीं हो पायी है. पूर्व में छात्रों को लाइब्रेरी से किताब खोजने के लिए केटलॉग का सहारा लेना पड़ता था. पुस्तकालय की 55 हजार किताबों का बार कोडिंग किया गया है, इसमें इंटर से एमए, व्यावसायिक काेर्स, जनरल किताब, छात्रों के द्वारा पूर्व में तैयार थिसिस को रखा गया है. सभी किताबाें का डाटा फीड कर क्योसिक मशीन से जोड़ा गया है.
दो माह में पूरा हुआ ऑनलाइन करने का काम : कॉलेज के लाइब्रेरी को ऑनलाइन करने में दो माह से अधिक समय लग गया. बंगाल से आये कंप्यूटर एक्सपर्ट ने पुस्तकालय में क्योसिक मशीन लगाया. लाइब्रेरी को पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत किया गया है. पुस्तकालय में रखी किताब को ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ा गया. ऑन लाइन दूसरे लोग भी जान पायेंगे कि मारवाड़ी कॉलेज पुस्तकालय में किताबों की कितनी संख्या है. किस-किस पब्लिकेशन व लेखक की है.
रिडिंग रूम की व्यवस्था नहीं : लाइब्रेरी में जगह की कमी से रिडिंग रूम की व्यवस्था नहीं है, लेकिन कॉलेज प्रशासन प्रयासरत है कि रूसा से आवंटन मिलने पर रिडिंग रूम का निर्माण कराया जायेगा.
मॉडल कॉलेज में चयन : मारवाड़ी कॉलेज का चयन रूसा ने मॉडल कॉलेज के रूप में किया है. कॉलेज को रूसा से चार करोड़ रुपये आवंटित किया जायेगा. कॉलेज प्रशासन के अनुसार रूसा से अबतक कॉलेज को राशि आवंटित नहीं की गयी है, इससे विकास का काम बाधित है.
लाइब्रेरी व लैब होंगे हाइटेक
कॉलेज की प्राचार्या डॉ निशा राय ने बताया कि रूसा से राशि मिलने पर कॉलेज में लाइब्रेरी भवन का निर्माण कराया जायेगा. जो हाइटेक होगा. कॉलेज के लैब को भी अपडेट किया जायेगा. आने वाले दिनों में पुस्तकालय के साइट पर छात्र ऑनलाइन किताब पढ़ पायेंगे, इसकी तैयारी चल रही है. प्राचार्या ने गणित विभाग के हेड प्रो विजेंद्र कुमार की सराहना करते हुए कहा कि लाइब्रेरी से बीआइटी क्लास को स्मार्ट क्लास बनाने में उनका सहयोग कॉलेज को मिला है. यह कॉलेज विवि ही नहीं बिहार का पहला कॉलेज है, जिसके पुस्तकालय को ऑनलाइन किया गया है. नैक मूल्यांकन में जो खामियां पुस्तकालय को लेकर सामन आयी थी, उसे दूर कर लिया गया है. सारा खर्च कॉलेज विकास मद से किया गया है.
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