चेन्नई : थारिका बानू तमिलनाडु की पहली ऐसी ट्रांसजेंडर हैं, जिन्होंने 12वीं की परीक्षा पास इतिहास रच दिया है.यह उपलब्धि हासिल करने के बाद थारिका बानू ने राज्य सरकार से अपील की है कि ट्रांसजेंडरोंं की पढ़ाई सुनिश्चित कीजाये और सुचारू रूप से जारी रखने के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएं. थारिका ने चेन्नई के कामराजर गर्ल्स हाई सेकेंडरी स्कूल से 12 की अपनी पढ़ाई पूरी की हैं.
थारिका ने मुकाम हासिल करने के बारे में कहा, ‘लंबे संघर्ष के बाद मुझे स्कूल में दाखिला मिला था. मेरी पढ़ाई में कई लोगों ने मदद की है.’ थारिका को गोद लेने वाली ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता ग्रेस बानो ने बताया, ‘मेरा उद्देश्य थारिका को डॉक्टर बनाना है.’ वहीं, थारिका की उपलब्धि पर उनके विद्यालय की प्रिंसिपल एम मेरी ने शिक्षा प्रणाली को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘हम लोगों ने थारिका की पढ़ाई के लिए पर्याप्त व्यवस्था दी. साथ ही समय-समय पर उचित परामर्श देकर उसे उत्साहित भी किया. इसी का परिणाम है कि वह आज 12 की परीक्षा उत्तीर्ण हो सकी. साथ ही उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मंचों पर ट्रांसजेंडर समुदाय का प्रतिनिधित्व बहुत कम है. उन्हें सामाजिक कलंक और भेदभाव के बिना जीने की आजादी मिलनी चाहिए. उन्हें शैक्षिक अवसर मुहैया करा कर एकीकृत समाज में लाना एक अच्छा कदम होगा.