जैसे ही ऑक्सीजन लेवल कम होगा या पानी का तापमान बढ़ने लगेगा, वैसे ही उसमें लगाया गया फव्वारा अपने आप शुरू हो जायेगा. इससे पानी भी ठंडा रह सकेगा और ऑक्सीजन लेवल भी नियंत्रित हो सकेगा. वर्तमान में जयंती सरोवर के एक स्थान पर सेंसर लगाया गया है. लेक के पांच तरफ इसे स्थापित करने की योजना है. अगर यह प्रयोग पूरी तरह से सफल रहा तो आने वाले दिनों में बेल्डीह लेक में भी इसे लगाया जाना है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों जयंती सरोवर में बड़े पैमाने पर मछलियां मर रही थी. मछलियों के मरने के कारणों की जब जांच की गयी तो पाया गया कि ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण ही मछलियों की मौत हुई है. इसके बाद इस पर लगातार मंथन के बाद ऑक्सीजन लेवर नियंित्रत करने व मछलियों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने का निश्चय किया गया.