तभी से परिजन परेशान होकर रविरंजन की खोजबीन कर रहे थे. रविरंजन के अचानक गायब हो जाने के कारण शादी की कोई रस्म शुरू नहीं हो पा रही थी. काफी खोजबीन के बाद भी जब पता नहीं लगा, तो उन्होंने दूसरे दिन छह मई को गढ़वा थाने में इस आशय की प्राथमिकी दर्ज करायी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी उसका पता नहीं चल पाया. लड़का एवं लड़की दोनों पक्ष की ओर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी.
इसी बीच नौ मई को अपराह्न करीब चार बजे रवि का शव उसके ससुराल के निकट ही जोबरईया भट्ठा के पास रेलवे लाइन के निकट एक सुनसान घर में मिला. रविरंजन के साथ उसके बड़े भाई राकेश राम की शादी भी साथ हो रही थी. रविरंजन के गायब हो जाने के बाद राकेश राम के भी शादी पर भी ग्रहण लग चुका था.