धनबाद : धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस पूछताछ में शूटर अमन सिंह ने फिर स्वीकारा किउसने मिर्जापुर जेल में बंद रिंकू के कहने पर उसने पंकज से फोन पर बात की. उससे कहा गया कि धनबाद में एक बड़े आदमी की हत्या करनी है, काफी पैसे मिलेंगे. उसने पंकज से फोन पर बात की तो कहा कि 50 लाख मिलेंगे. पंकज के कहने अनुसार वह धनबाद पहुंचा. धनबाद में पंकज उसे एक घर में ले गया जहां तीन लोग पहले से मौजूद थे. ये तीनों सतीश, विजय व मोनू थे. तीनों के साथ हत्या की रणनीति बनी. ब्रेकर के पास हत्या करनी थी, वह जगह दिखायी गयी. उसने कहा कि नीरज सिंह पर गोलियां उसी ने चलायी और सबसे ज्यादा गोलियां मारी.
कहा गया था कि फोन से नीरज सिंह के लोकेशन की जानकारी दे दी जायेगी. एक वॉकटॉकी की तरह था जिससे बताया गया कि नीरज ब्रेकर के पास अपनी फारचुनर से पहुंचने वाला है. पंकज किसी से फोन पर बात कर नीरज का लगातार लोकेशन ले रहा था. अमन का कहना है कि वे चारों लोग पुराना बाजार की तरफ चले गये थे. नीरज के ब्रेकर के समीप कुछ देर में पहुंचने की सूचना पर वे लोग लौट कर वहां आ गये. ब्रेकर के समीप चारों ने लगभग 15 मिनट तक इंतजार किया इसके बाद नीरज अपनी फारचुनर गाड़ी से पहुंचे थे.
अमन ने पुलिस को बताया कि योजना के अनुसार फारचुनर में आगे बैठे नीरज व ड्राइवर को गोली मारनी थी. सतीश ड्राइवर की तरफ सामने से गोली चला रहा था. वह खुद नीरज को गोली मारता रहा. नीरज को सबसे अधिक गोलियां उसने ही मारी है. पीछे बैठे लोगों को मारने या न मारने का कोई निर्देश नहीं था. लेकिन गोलियां लगने से वे भी मर गये. बकौल अमन वह पंकज से बात करता था. पंकज के अलावा वह रिंकू व अन्य लोगों को यूपी फोन करता था. हत्या करने के बाद वह बिहार होते हुए यूपी गया था.