श्रीनगर : पुलिस मुठभेड़ में शनिवार की देर रात मीर बाजार इलाके में मारे गये आतंकी फयाज अहमद उर्फ सेठा को दफनाने के दौरान चार आतंकियों की भी मौजूदगी देखी गयी. इन आतंकियों ने एके-47 से हवा में फयरिंग कर फयाज को ‘बंदूक की सलामी’ दी और भारतीय सेना के खिलाफ नारे लगाये. फयाज को रविवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में दफनाया गया. वह कुलगाम के कैमोह इलाके का रहनेवाला था. इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद थे. आतंकियों के साथ नारे लगाने में कुछ स्थानीय युवक भी शामिल थे. इस घटना को लेकर सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गयी हैं और इस पर चिंता जतायी है.
पुलिस के मुताबिक, हाल के दिनों में घाटी में आतंकवादी को दफनाये जाने के दौरान उसके साथी आतंकियों की मौजूदगी देखी गयी हैं, जो चिंता का विषय है. यह घटना तब सामने आयी है, जब कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों ने आतंकियों के सफाये के लिए पड़ोसी शोपियां जिले में बड़ा अभियान चलाया था. गौरतलब है कि आतंकी फयाज शनिवार की देर रात मुठभेड़ में उस वक्त मारा गया था, जब आतंकियों ने एक सड़क हादसे की जांच करने जा रहे पुलिस दल पर हमला किया था. इस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये और दो नागरिक भी मारे गये. इधर, सेना ने अपने जवानों को अंतिम सलामी दी और पार्थिव शरीर को उनके घर भेजा.
कश्मीर में पैठ बना रहा आइएस, अलर्ट
कश्मीर में युवा लगातार आइएस से संपर्क साधने में जुटे हुए हैं. इसको देखते हुए खुफिया एजेंसी कश्मीर से सीरिया व इराक के बीच होनेवाले नेट चैट पर नजर रखे हुए है. पिछले महीने दो नाकाबपोश बंदूकधारी पुलवामा में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी के कब्र के पास दिखे. दोनों नाकाबपोश वहां इकट्ठा लोगों को तालिबान और आइएस के नियमों के अनुसरण करने की बात कही. उनलोगों ने पाकिस्तान के समर्थन में आवाज बुलंद करने से लोगों को मना किया. नकाबपोशों ने ने तीन मिनट तक लोगों को शरियत कानून और पूर्ण आइएस के बारे में बताया.
34 चैनलों पर कार्रवाई का निर्देश
जम्मू-कश्मीर सरकार ने राज्य में दिखनेवाले 34 टीवी चैनलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. इनमें पाकिस्तान और सऊदी अरब के चैनल भी शामिल हैं. राज्य सरकार ने इन चैनलों द्वारा हिंसा भड़काने और कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की आशंका के बाद यह निर्णय किया है. इससे पहले, केंद्र ने राज्य सरकार से सूबे में पाकिस्तान और सऊदी अरब के चैनलों के अनधिकृत तरीके से दिखाये जाने को रोकने के लिए कहा था.