सुधार. पोषक क्षेत्र के बच्चों को होगी सुविधा
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स्कूल में बनेगा आंगनबाड़ी
सुधार. पोषक क्षेत्र के बच्चों को होगी सुविधा नया आंगनबाड़ी केंद्र बनवाने के लिए करीब ढ़ाई वर्ष पूर्व भेजा जा चुका है प्रस्ताव आदित्यपुर : अब सरकारी स्कूल परिसर में ही आंगनबाड़ी केंद्र का भवन बनवाया जायेगा. विभाग पिछले साल से इस पर जोर दे रहा है. आंगबाड़ी केंद्र का भवन बनवाने से पहले यह […]
नया आंगनबाड़ी केंद्र बनवाने के लिए करीब ढ़ाई वर्ष पूर्व भेजा जा चुका है प्रस्ताव
आदित्यपुर : अब सरकारी स्कूल परिसर में ही आंगनबाड़ी केंद्र का भवन बनवाया जायेगा. विभाग पिछले साल से इस पर जोर दे रहा है. आंगबाड़ी केंद्र का भवन बनवाने से पहले यह देखा जायेगा कि पोषक क्षेत्र के स्कूल परिसर में जमीन उपलब्ध है, तो आंगनबाड़ी भवन वहीं बनाया जायेगा. सीडीपीओ सुरुचि प्रसाद ने बताया कि कई स्थानों पर जहां आंगनबाड़ी केंद्र है, वहां भवन बनवाने के लिए सरकारी जमीन नहीं है. जहां सरकारी जमीन है, वह स्थान पोषक क्षेत्र से दूर होता है.
इसके कारण अभिभावक अपने-अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर केंद्र तक आने से कतराते हैं. साथ ही आंगनबाड़ी के बच्चों का नामांकन भी पास के ही स्कूल में करवाया जाता है. स्कूल व केंद्र की गतिविधियां मिलती जुलती होती है. स्कूल परिसर में भवन फोकस एरिया में आंगनबाड़ी भवन बनवाने का प्रस्ताव है. नया आंगनबाड़ी केंद्र व केंद्र का भवन बनवाने के लिए करीब ढ़ाई वर्ष पूर्व प्रस्ताव भेजा जा चुका है. इसकी स्वीकृति व राशि मिलने में समय लगता है,
क्योंकि इसका प्रस्ताव जिले से राज्य व फिर केंद्र सरकार के विभागों तक जाता है. कई भवन बेकार पड़े हैं. आदित्यपुर के कई आंगनबाड़ी भवन अपने निर्माण काल से ही बेकार पड़े हैं. इन भवनों पर या तो अवैध कब्जा है या असामाजिक तत्वों का इन पर कब्जा है. कुछ भवनों के दरवाजे-खिड़की चोर उखाड़ ले गये हैं. दरअसल आज से करीब सात-आठ साल पहले विभाग से कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के लिए राशि प्राप्त हुई थी. विभाग के लोगों ने बिना कुछ सोचे समझे जहां खाली पड़ी सरकारी जमीन देखी, वहां एक साथ दो-दो भवन का निर्माण करवा दिया. कल्पनापुरी में ऐसे ही चार आंगनबाड़ी भवन हैं, जिनका कभी कोई उपयोग ही नहीं हो पाया. नगर निगम कार्यालय के बगल में इस तरह के आंगनबाड़ी भवन पर उपयोग अवैध कब्जाधारी आवास के रूप में कर रहे हैं.
आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को अब आधार नंबर से संबंधित सर्वेक्षण की जिम्मेवारी भी सौंपी गयी है. इसके तहत केंद्र के पोषक क्षेत्र में निवास करने वाले परिवारों को सभी सदस्यों के आधार नंबर प्राप्त किया जा रहा है. सीडीपीओ सुरूचि प्रसाद के अनुसार उक्त सर्वेक्षण के बाद तैयार डाटा सत्यापन के लिए पहले कार्यालय में भेजा जा रहा है. इसके बाद इन्हें इंट्री के लिए प्रज्ञा केंद्र भेजा जायेगा. आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से पहले भी जन्म व मृत्यु से संबंधित आंकड़े प्राप्त किये जाते थे, अब गर्भवती व धातृ महिलाओं व नि:शक्तों के भी आंकड़े प्राप्त किये जा रहे हैं.
गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार
सरकार की मातृत्व योजना को लागू करने के लिए जिले में एक जनवरी से अबतक की सभी गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की गयी है. इस योजना के तहत महिलाओं को प्रसव के दौरान सरकारी लाभ दिये जाने की योजना है.
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