पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है. प्रदेश के किशनगंज जिले में चल रही भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लालू ने कहा कि बीजेपी के चिरकुट लोग किशनगंज में जमा हुए हैं. लालू ने कहा कि बीजेपी वाले भगवान श्री राम का भी अपमान करते हैं. उन्होंने कहा कि यह लोग जय श्री राम का नारा लगाते हैं, जबकि तुलसीदास ने कहा है कि सियाराम मैं सब जग जानी. बीजेपी वाले कभी जय सियाराम नहीं कहते. यह लोग देश में कट्टरता फैलाने का काम करते हैं. लालू ने बातचीत के दौरान कहा कि वे महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह की तर्ज पर एक महागठबंधन का निर्माण करेंगे. सब लोगों को एक मंच पर लाकर नरेंद्र मोदी को आईना दिखायेंगे. उन्होंने कहा कि देश में कट्टरपंथ की लहर चल रही है, उसे ही राष्ट्रवाद कहा जा रहा है.
सुशील मोदी पर लालू का हमला
लालू ने सुशील कुमार मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि सुशील मोदी मुझे बिहार का राबर्ट वाड्रा कहते हैं. लालू ने कहा कि क्या वह राबर्ट वाड्रा हैं, तो सुशील मोदी प्रियंका गांधी है? लालू ने कहा कि सुशील मोदी के चेहरे पर खजर-खजर दाढ़ी है. वह दाढ़ी बनवा भी ले तो उन्हें स्वीकार नहीं है. लालू ने अपने अंदाज में कहा कि बीजेपी वालों का काम है किसी के चरित्र को लेकर बोलना और बात करना. लालू ने कहा कि सुशील मोदी मेरे अंडर में सेक्रेटरी रह चुका है. वह हाफ पैंट पहनकर घूमता था, तब से उसको जानते हैं.
बीजेपी पर साधा निशाना
लालू ने बातचीत में कहा कि बीजेपी उन्हें नीतीश कुमार से लड़ाना चाहती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा. महागठबंधन में सबुकछ ऑल इज वेल है. लालू ने कहा कि जदयू नेता आरसीपी सिंह ने कुछ भी गलत नहीं कहा. लालू ने राजद नेता भाई वीरेंद्र के बयान पर बोलते हुए कहा कि वीरेंद्र ने गलतफहमी में बयान दे दिया. हम लड़ने वालों में से नहीं हैं. लालू ने बिहार के कुछ लोकल टीवी चैनलों पर तंज कसते हुए कहा कि एक दूसरे की प्रतियोगिता में गलत तरीके से खबरों को दिखाते रहते हैं.
सभी पार्टियों से एकजुट होने की अपील
लालू ने कहा कि सभी नेताओं में इगो रहना चाहिए, लेकिन हम लोग अब एक साथ जुटेंगे. जहां विपक्ष एक होता है वहां यह हार जाते हैं. झारखंड के लिट्टीपाड़ा में क्या हुआ सबने देखा. जानबूझकर नरेंद्र मोदी ने वहां नजदीक में कार्यक्रम रखा, लेकिन कुछ नहीं हुआ. बिखराव होने का नतीजा यूपी में गलत हुआ. विपक्ष के एक हो जाने से जीत निश्चित होती है. यूपी में गठबंधन नहीं होने को लालू ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसका अफसोस है. नीतीश बहुत पहले ही सोनिया गांधी से मिलकर कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी को नेतृत्व के लिए आगे आना चाहिए.
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