सीतामढ़ी : शहर से सटे चकमहिला स्थित सैकड़ों वर्ष पुरानी रामजानकी मंदिर निर्माण कार्य संपन्न हो गया है.मंदिर के महंत बाबा रामकुमार दास ने बताया कि मंदिर में राम दरबार, शंकर दरबार व कृष्ण दरबार स्थापित की जा रही है. राम दरबार में सीताराम के अलावा हनुमान की प्रतिमा स्थापित की जा रही है.
वहीं, शिव दरबार व कृष्ण दरबार में गौरी-शंकर व राधे-श्याम की प्रतिमा स्थापित की जा रही है. सभी प्रतिमाएं संगमरमर की बनी है और उसे राजस्थान से मंगवायी गयी है. मंदिर पर करीब 40 लाख से भी अधिक खर्च किया गया है, जिसमें 20 लाख रूपये का सहयोग राजस्थान के जयपुर,
शाहपुर स्थित त्रिवेणी धाम के श्रीनारायण देवाचार्य की ओर से सहयोग किया गया है. प्राण-प्रतिष्ठा व नवाह महायज्ञ में महाराज देवाचार्य के उत्तराधिकारी रामरतन दास महाराज, बगही मठ के रामाज्ञा दास व सुकदेव महाराज अयोध्या से बलराम दास जी महाराज, जयपुर से राममनोहर दास जी महाराज व अयोध्या दास जी महाराज, जनकपुर धाम के महंत रामतपेश्वर दास जी, श्रृंगार कुंज के सूरज दास जी महाराज, कोहवर कुंज के महंत बजरंग शरण जी महाराज व अग्नि कुंज के महंत हनुमान दास जी महाराज के अलावा सीतामढ़ी-शिवहर जिले के सभी मठों के महंतों व साधू-संतों को आमंत्रित किया गया है.
महायज्ञ को लेकर गुरुवार की सुबह करीब सात बजे विशाल कलश शोभा यात्रा निकाली जाएगी. वहीं, अभिजीत मुहूर्त में रामनाम नवाह महायज्ञ का प्रारंभ होगा.
महंत श्री ने बताया महायज्ञ में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मुकेश यादव का सराहनीय योगदान मिल रहा है.