नयी दिल्ली : पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के साथ देश को कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने वाली नरेंद्र मोदी की सरकार ने अब सब्सिडीलेस ईंधन की ओर कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है. इसी का नतीजा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने बीते अप्रैल महीने बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की कीमतों में इजाफा करने के साथ ही सोमवार को सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमतों में भी दो रुपये की बढ़ोतरी की है.
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इस समय सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम दो रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ा दिया गया, जबकि राशन में बिकने वाला मिट्टी तेल 26 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है. सरकार इन ईंधनों के दाम में छोटी-छोटी वृद्धि कर इन पर सब्सिडी समाप्त करने की योजना पर आगे बढ़ रही है. दिल्ली में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम 1.87 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ाकर 442.77 रुपये प्रति सिलेंडर कर दिया गया.
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सार्वजनिक क्षेत्र की पैट्रोलियम कंपनियों ने इससे पहले 1 अप्रैल को सब्सिडीशुदा गैस सिलेंडर का दाम 5.57 रुपये बढ़ाकर 440.90 रुपये प्रति (14.2 किलो) सिलेंडर किया था. गैस सिलेंडर के दाम में इससे पहले 1 फरवरी और 1 मार्च को कोई वृद्धि नहीं की गयी थी, क्योंकि इस दौरान उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे थे.
बिना-सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम में इससे पहले 1 अप्रैल को 14.50 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की गयी थी. राशन में मिलने वाले केरोसिन तेल का दाम 26 पैसे बढ़ा दिया गया है. मुंबई में अब एक लीटर केरोसिन 19.55 रुपए प्रति लीटर पर उपलब्ध होगा. सरकार केरोसिन में हर माह 25 पैसे तक की छोटी वृद्धि कर सब्सिडी समाप्त करने की योजना पर आगे बढ़ रही है. विमान ईंधन एटीएफ का दाम भी 0.4 फीसदी घटाकर 51,696 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिया गया. इससे पहले 1 अप्रैल को इसमें 5.1 प्रतिशत कटौती की गयी थी.
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