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रांची : रविवार कोझारखंड के कई जिलों से भारी बारिश, तूफान और ओलावृष्टि हुई. मौसम के बदले मिजाज से लोगों ने राहत की सांस ली. आज तापमान अन्य दिनों के मुकाबले कम है. ईटखोरी, जामताड़ा, दुमका, कोडरमा में बारिश हुई. हालांकि, इस दौरान आंधी- तूफान से नुकसान की खबरें भी आयी. अचानक हुए बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया. मौसम विभाग के अनुसार बिहार से गुजरनेवाली टर्फ लाइन गया होते झारखंड व ओड़िशा की ओर बढ़ रही है. बिहार -झारखंड के सीमावर्ती जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है.
कोडरमा में ओलावृष्टि
कल कोडरमा में जिला मुख्यालय समेत जिले के अन्य क्षेत्रों में रविवार को बारिश के बीच भारी ओलावृष्टि हुई. बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से लोगों को भीषण गरमी से जहां तत्काल राहत मिली, वहीं जिले का मौसम सुहाना हो गया. ओलावृष्टि का बच्चों से लेकर बड़ों तक ने आनंद उठाया. वहीं दूसरी ओर इससे फसलों को नुकसान होना तय बताया जा रहा है. रविवार की दोपहर 3:30 बजे के करीब अचानक हल्की हवाएं चली. इसके बाद हल्की बूंदा-बांदी शुरू हुई और ओलावृष्टि ने पूरे जिले की फिजा बदल दी. जिले के चंदवारा, डोमचांच के अलावा जिला मुख्यालय कोडरमा, झुमरीतिलैया शहर में लगातार करीब एक घंटे तक बारिश के बीच ओलावृष्टि होती रही.
शुरुआत में छोटे सफेद पत्थर गिरे, पर कुछ ही देर में बड़े-बड़े पत्थर गिरने से जनजीवन थम गया. शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया, जो भी जहां था, वहीं रुकना बेहतर समझा. ओलावृष्टि का लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया. बच्चे जगह-जगह पर मस्ती करते नजर आये.इधर, बारिश के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में जल-जमाव का नजारा दिखा. इससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. शहर की अधिकतर सड़कों पर पानी जमा होने से आम लोगों को परेशानी हुई. रविवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जामताड़ा में भी बारिश
रविवार दोपहर बाद तेज आंधी के साथ बारिश हुई. इससे लोगों को पिछले दिनों की भीषण गरमी से राहत मिली है. वहीं आंधी से कई जगहों पर तार गिर गये. इस कारण बिजली आपूर्ति हो गयी. साथ ही कई जगहों पर पेड़ गये. करमाटांड़ में टेंपो पर पेड़ गिर गया. इस करण घंटो यातायात प्रभावित हो गया. काफी मशक्कत के बाद पेड़ को काट कर हटाया गया. इसके बाद वाहनों का परिचालन शुरू हुआ. वहीं बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो गयी है. आंधी से जिला के विभिन्न क्षेत्र में पेड़ गिर गये हैं. बिजली गुल होने के बाद ही विभाग मरम्मत करने में जुट गये हैं. लेकिन देर शाम तक बिजली बहाल नहीं हो पायी थी. मौसम की अचानक बदले मिजाज से लोगों ने राहत की सांस ली. मगर बिजली गायब हो गयी, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. नाला सब स्टेशन के गेड़िया फीडर में जब भी तेज हवा चलती है कई जगह पर बिजली के तार टूट कर गिर जाते हैं.
दुमका में भी आंधी -बारिश, बिजली के पोल गिरे
संताल परगना में रविवार को घंटे भर की बारिश ने बरबादी पहुंचायी. उपराजधानी दुमका में शाम चार बजे ही जहां पूरा शहर व आसपास का इलाका घनघोर अंधेरे में डूब गया. वहीं तेज हवा और आंधी-बारिश की वजह से सैंकड़ों स्थानों पर पेड़ और पोल गिर गये हैं. दुमका-देवघर, दुमका-जामताड़ा और दुमका शिकारीपाड़ा मार्ग पर कई जगह पेड़ गिरने से आवागमन भी प्रभावित रहा. देर रात तक बिजली की आपूर्ति भी ठप रही. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई झुग्गी-झोपड़ियों की छत उजड़ गयीं. इस दौरान तेज हवा की वजह से सड़क पर चल रहे वाहन भी हिलते-डुलते नजर आ रहे थे.