न्यूयॉर्क : सोशल नेटवर्किंग कंपनी स्नैपचैट ने अपने सीइओ इवान स्पीजेल के भारत को ‘गरीब’ बताने वाले बयान को लेकर सफाई दी है. अपने बयान के कारण पूरी दुनिया से आलोचनाएं झेलने और गूगल के एप स्टोर पर रेटिंग के गिरने से परेशान स्नैपचैट अब क्षतिपूर्ति करता नजर आ रहा है.
स्नैपचैट ने एक बयान जारी कर स्पीजेल के कथित बयान को ‘हास्यास्पद’ करार दिया है और कहा है कि यह बातें स्नैपचैट से नाराज उसके एक पूर्व कर्मचारी ने लिखी है. स्नैपचैट ने अपने बयान में कहा है, भारत और शेष विश्व में स्नैपचैट पर मौजूद समुदाय पर हमें गर्व है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अपने कारोबार को हो रहे नुकसान को देखते हुए स्नैपचैट ने क्षतिपूर्ति के इरादे से कहा है कि स्पीजेल ने कभी ऐसा बयान नहीं दिया और स्नैपचैट के एक पूर्व असंतुष्ट कर्मचारी ने गुस्से में यह सब लिखा था.
भारत जैसे ‘गरीब’ देश के लिए नहीं बना Snapchat
हाल ही में स्नैपचैट के पूर्व कर्मचारी एंथनी पोम्प्लियानो ने अदालत में की गई अपनी शिकायत में स्पीजेल के हवाले से यह बातें कही थीं, जिसे स्नैपचैट ने ‘हास्यास्पद’ कहा है. पोम्प्लियानो ने इसी वर्ष जनवरी में लॉस एंजेलिस की सुपीरियर कोर्ट में यह मुकदमा दर्ज किया था.
स्नैप इंक ने लिफाफाबंद इस गैर संपादित शिकायत की कॉपी को पिछले सप्ताह बिना संपादन के सार्वजनिक कर दिया. इसी शिकायतनामा में पोम्प्लियानो ने दावा किया है कि सितंबर, 2015 में उनसे स्पीजेल ने स्नैपचैट के मोबाइल एप के अंतरराष्ट्रीय विकास योजना के बारे में कहा था, यह एप सिर्फ अमीर लोगों के लिए है. मैं इसे भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में नहीं ले जाना चाहता.
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