14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कार्यक्रम: इनकम टैक्स कमिश्नर की पुस्तक फोर योर लव अॉनली का विमोचन, हरिवंश ने कहा टूट रही हैं अंतरधार्मिक प्रेम की दीवारें

रांची: प्रेम अमर होता है. प्रेम की सीमाएं नहीं होती. प्रेम का एक रूप रोमांटिक है. जीवन में नया रास्ता चुनने के लिए प्रेम प्रेरित करता है. प्रेम का मानवीय चेहरा हो. प्रेम शास्वत हो. आज अंतरधार्मिक प्रेम की दीवारें टूट रही हैं. दुनिया बदल रही है. लिव इन रिलेशनशिप यथार्थ बन गया है. पहले […]

रांची: प्रेम अमर होता है. प्रेम की सीमाएं नहीं होती. प्रेम का एक रूप रोमांटिक है. जीवन में नया रास्ता चुनने के लिए प्रेम प्रेरित करता है. प्रेम का मानवीय चेहरा हो. प्रेम शास्वत हो. आज अंतरधार्मिक प्रेम की दीवारें टूट रही हैं. दुनिया बदल रही है. लिव इन रिलेशनशिप यथार्थ बन गया है. पहले सोचा भी नहीं जा सकता था. यह तकनीक से संभव हो रहा है. उक्त बातें राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश ने कही. वे शनिवार को बताैर मुख्य अतिथि होली डे होम के सेलिब्रेशन सभागार में आयोजित फोर योर लव अॉनली नामक पुस्तक के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे. पुस्तक के लेखक हजारीबाग के इनकम टैक्स कमिश्नर अनंत अखिलानंद खलखो हैं.

उन्होंने कहा कि युवा तकनीक का उपयोग कर परंपरागत तरीके से हट कर अलग रास्ता चुन रहे हैं. सेंटर अॉफ एक्सीलेंस से निकल कर युवा अध्यात्म की तरफ भी जा रहे हैं. हम जिस दौर में रह रहे हैं, वहां प्रेम गौण हो गया है. दिखावा अधिक हो गया है. जीने से व रहने से ज्यादा पढ़ने से ताकत मिलती है. पुस्तक लिखना कठिन कार्य है. उन्होंने हजारीबाग के इनकम टैक्स कमिश्नर अनंत अखिलानंद खलखो की इस पुस्तक को बड़ी उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा कि लेखक ने चतुराई से अपनी रचनात्मकता व भावना को पुस्तक में दर्शाया है. पुस्तक के माध्यम से आज के सवालों को उठाया गया है. उन्होंने कहा कि नॉवेल या कहानी अपने समय के सवालों व चुनौतियों को प्रतिबिंबित करते हैं. श्री हरिवंश ने धर्मवीर भारती द्वारा लिखित पुस्तक गुनाहों का देवता का उदाहरण देते हुए कहा कि उस पर फिल्म बनी थी.

जब तक पुस्तक खत्म नहीं हो जाती थी, तब तक कोई भी बीच में छोड़ता नहीं था. उसी प्रकार फोर योर लव अॉनली पुस्तक भी बांधे रखती है. इसे मैंने पढ़ा आैर समझा भी है. सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय की पुस्तक आजादी के संघर्ष पर आधारित थी. वह क्लासिक किताब थी. पठना शुरू करने के बाद उसे बीच में छोड़ नहीं सकते थे. फनीश्वर नाथ रेणु की किताब मैला आंचल प्रेरणादायक थी. तीसरी कसम फिल्म के गीत आज भी लोग गुनगुनाते दिख जायेंगे. चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा लिखित पुस्तक ऐतिहासिक है. प्रेम साहित्य का दर्पण है. अपने समय के सवालों को पुस्तक कैसे उठाती है, यह महत्वपूर्ण है.


श्री हरिवंश ने फोर योर लव अॉनली पुस्तक के बारे में कहा कि इसमें अमित व डायना के बीच जो प्रेम दिखाया गया है, वह दो धर्मों के व्यक्तियों के बीच का प्रेम है. राजनीति, नक्सल आंदोलन, जेल की व्यवस्था की चर्चा है. पुस्तक बांधनेवाली है. अपने समय के सवालों से रू-ब-रू कराती है. बस्तर के माध्यम से लेखक ने झारखंड के सवालों को उठाया है. सिर्फ प्रशासनिक दृष्टिकोण से ही सवालों का हल नहीं निकल सकता है. यह सब प्रेम पर आधारित है. प्रेम क्या है, इसकी चर्चा पुस्तक में विस्तार से की गयी है. श्री हरिवंश ने कहा कि आज प्रत्येक चीज में लाभ देखा जाता है. अर्थशास्त्र का उपयोग क्यों हो रहा है. मूल मकसद है हैपीनेस पर शोध करना. धन की भी सीमा होती है.

वहीं लेखक हजारीबाग के इनकम टैक्स कमिश्नर अनंत अखिलानंद खलखो ने कहा कि कुछ अच्छा करने की प्रेरणा से उन्होंने यह पुस्तक लिखी है. बोली बदल रही है, संस्कृति बदल रही है, मानवीय संवेदना क्या हो, यह पुस्तक पढ़ने के बाद लोग तय करेंगे. पुस्तक के पीछे उन्होंने एक साल तक चिंतन किया. श्री खलखो ने कहा कि भावना को वृद्धि से, कल्पना को विवेकशीलता से, आदर्श को व्यावहारिकता से आैर वृहद स्तर की सोच को जमीनी स्तर से जोड़ने की सोच को लेकर उन्होंने यह पुस्तक लिखी है. पुस्तक लिखने में प्रेरणा एक प्रतिशत, जबकि मेहनत 99 प्रतिशत लगी है. कई विचारधाराअों को समेटने का उन्होंने प्रयास किया है.

श्री खलखो ने कहा कि पुस्तक में युवा पीढ़ी को भी संदेश दिया गया है. असफल प्रेम की वजह से युवा नकारात्मक कदम उठा लेते हैं. युवाअों को इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा. उन्होंने अपने पूर्व में लिखित पुस्तक द माइंड एंड द विटनेस का भी जिक्र किया. पुस्तक समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देती है. संजय प्रसाद ने फोर योर लव अॉनली पुस्तक के विषय में विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि पुस्तक में एक तरफ शहरी संस्कृति को दिखाया गया है, वहीं दूसरी तरफ आदिवासियों के शोषण व उनके जीवन के संघर्ष का वर्णन किया गया है. जीवन की संघर्ष गाथा को लव स्टोरी के रूप में प्रस्तुत किया गया है. इसमें थ्रील व सस्पेंस भी है.

दीपक गाड़ोदिया ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस मौके पर लेखक श्री खलखो की पत्नी सीता देवी, प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका, राजेंद्र गाड़ोदिया, भोला प्रसाद सिन्हा, सुरेश साबू, हरि पटेल, विनोद नेमानी, नरेश केजरीवाल, प्रकाश साह, आदित्य साह, आयकर अधिकारी मानस मंडल, एसबी शर्मा, चाैधरी उरांव सहित कई लोग मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें