उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को दिल्ली में आंदोलन की समीक्षा की जायेगी. दो मई को दिल्ली में देश भर से आये अधिवक्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे. पटियाला हाउस कोर्ट से लेकर राजघाट तक प्रदर्शन किया जायेगा.
केंद्र को ज्ञापन दिया जायेगा. अध्यक्ष श्री रंजन ने केंद्र सरकार से प्रस्तावित संशोधन को अविलंब वापस लेने की मांग की. उधर, एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता अनिल कुमार कश्यप व महासचिव हेमंत सिकरवार ने बताया कि 21 अप्रैल को दिन के 1.30 बजे झारखंड हाइकोर्ट परिसर में अधिवक्ता प्रदर्शन कर प्रस्तावित बिल की प्रतियां जलायेंगे. इसके बाद अधिवक्ता न्यायिक कार्य नहीं करेंगे. राज्यपाल को मेमोरेंडम देंगें.