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परिजनों की चीत्कार से हर आंखें थी नम
हरिहरगंज : मंगलवार की सुबह करीब नौ बज रहे हैं. गांव में मातम का माहौल है. शिवनाथ यादव और उसने पुत्र विकास यादव उर्फ गुड्डू यादव की हत्या के बाद घर की महिलाएं रो रही है. यह दृश्य देख कर लोगों की आंखें नम थी. लोग दहशत में थे. हरिहरगंज के कुल्हिया गांव बिहार के […]
हरिहरगंज : मंगलवार की सुबह करीब नौ बज रहे हैं. गांव में मातम का माहौल है. शिवनाथ यादव और उसने पुत्र विकास यादव उर्फ गुड्डू यादव की हत्या के बाद घर की महिलाएं रो रही है. यह दृश्य देख कर लोगों की आंखें नम थी. लोग दहशत में थे. हरिहरगंज के कुल्हिया गांव बिहार के टंडवा से भी सटा है. हरिहरगंज से इसकी दूरी लगभग आठ किलोमीटर है. सोमवार की रात माओवादी का दस्ता गांव पहुंचा था. शिवनाथ यादव के चचेरे भाई अर्जुन यादव कहते हैं, आखिर क्या बिगाड़ा था उनके भाई शिवनाथ यादव व भतीजे विकास ने. यदि राकेश नहीं छिपता, तो कल उसकी भी हत्या हो जाती. न जाने वे लोग क्या सोच कर आये थे.
काफी आरजू मिन्नत करने के बाद भी नहीं सुन रहे थे. अर्जुन को भी नक्सलियों ने पीटा है. अर्जुन की माने जो माओवादी आये थे, वह लगातार यह कह रहे थे कि टीपीसी के बल पर उड़ते हो. उसके भरोसे काम करते हो, वह बचाने नहीं आयेगा. उसी दौरान वे लोग यह भी कहते है कि ठीक है तो इन लोगों का काम खत्म कर देते हैं और उसके बाद वे लोग शिवनाथ व गुड्डू को लेकर घर से कुछ दूर चले जाते हैं. पहले मारपीट करते हैं और फिर गोली मारकर हत्या कर देते हैं.
मृतक के आश्रितों को मिलेगी नौकरी
पलामू पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कुल्हिया गांव जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि घटना में नीतेश यादव के दस्ते का हाथ है. मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जायेगी. आश्रित निर्मला देवी व राकेश यादव को सरकारी नौकरी दी जायेगी. पुलिस माओवादियों के खिलाफ छापामारी कर रही है. एसपी के साथ छतरपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार भी थे. इस दौरान एसपी श्री माहथा ने कुल्हिया गांव के ग्रामीणों के साथ बैठक भी की. एसपी श्री माहथा ने बताया कि गांव के 35 युवक व युवतियों को सूचीबद्ध कर लिया गया है. उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पुलिस उनलोगों की मदद करेगी.
मेदिनीनगर. पुलिस अब माओवादियों के आर्थिक स्रोत के साथ-साथ लेवी उगाह कर खड़ी किये गये संपत्ति पर भी वार करेगी. नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के दौरान यह महसूस किया जा रहा है कि गिरफ्तारी या फिर कार्रवाई से माओवादी व नक्सली पूरी तरह से हतोत्साहित नहीं हो पा रहे है. ऐसे में यह जरूरी है कि लेवी से अर्जित की गयी संपत्ति को जब्त किया जाये. इस दिशा में कार्य हो, इसके लिए पलामू पुलिस पूरी सक्रियता के साथ लग गयी है.
पलामू पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने बताया कि इसे लेकर रणनीति तैयार की जा रही है. क्योंकि यह देखा जाता है कि माओवादी व नक्सली लेवी के राशि से अपनी व्यक्तिगत संपत्ति अर्जित की है. वैसे लोगों के खिलाफ जब तक कठोर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक बात नहीं बनेगी. इसलिए पलामू पुलिस ने यह तय किया है कि इस मामले में राज्य के डीजीपी को लिखा जायेगा. अनुरोध किया जायेगा कि प्रावधान के तहत कार्रवाई की जाये, ताकि मनोबल गिरे. साथ ही वैसे लोग जो पैसे के लिए माओवादियों के मददगार बने हुए हैं, वैसे लोगों पर भी कार्रवाई होगी.
यदि यह साबित होता है कि माओवादी का मददगार बनकर कोई किसी व्यक्ति ने पैसा इकट्ठा किया है, तो वैसे लोगों के भी खाते सील किये जा सकते हैं. एसपी श्री माहथा ने बताया कि हाल के दिनों में जो उग्रवादी घटना हुई है, उसे गंभीरता से लिया गया है. माओवादियों के खिलाफ अभियान तेज किया जायेगा.
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