चंपारण सत्याग्रह शताब्दी. जिले भर में करीब 83 स्वतंत्रता सेनानी व उनके आश्रितों को मिला सम्मान
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चार दर्जन स्वतंत्रता सेनानी, उनके आश्रित सम्मानित
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी. जिले भर में करीब 83 स्वतंत्रता सेनानी व उनके आश्रितों को मिला सम्मान चंपारण सत्याग्रह शताब्दी के मौके पर बड़े पैमाने पर सोमवार को जिले भर के करीब चार दर्जन से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा सम्मानित किया गया. बांका प्रखंड क्षेत्र के डाढ़ा, दोमुहान, ककवारा, […]
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी के मौके पर बड़े पैमाने पर सोमवार को जिले भर के करीब चार दर्जन से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा सम्मानित किया गया. बांका प्रखंड क्षेत्र के डाढ़ा, दोमुहान, ककवारा, लकड़ीकोला आदि गांवों के नौ स्वतंत्रता सेनानी व उनके आश्रितों को प्रशासन के द्वारा शॉल, गुलदस्ता, गांधी टोपी व मोमेंटो आदि भेंट दिया गया.
बांका : चंपारण सत्याग्रह शताब्दी के मौके पर जिले भर में करीब 83 स्वतंत्रता सेनानी व उनके आश्रितों को किया जाना है. राज्यस्तरीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिला से आठ स्वतंत्रता सेनानी व उनके आश्रितों का चयन किया गया था. इसमें छह स्वतंत्रता सेनानी पटना के लिए रविवार को रवाना हुए थे. लेकिन एक स्वतंत्रता सेनानी का रास्ते में तबियत बिगड़ जाने से उन्हें प्रशासन के द्वारा उनके घर पर छोड़ा गया. अन्य दो स्वतंत्रता सेनानी अस्वस्थ्य रहने के कारण राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके.
चांदन प्रतिनिधि के अनुसार, चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष को लेकर सोमवार को चांदन बीडीओ ने स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया. स्वतंत्रता सेनानियों की धर्मपत्नी लक्ष्मी देवी, झकसी देवी व सुलोचना देवी को उनके घर पर पहुंच कर खादी का झोला, गांधी टोपी व शॉल देकर बीडीओ ने सम्मानित किया. इस मौके पर कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी मौजूद थे.
कटोरिया प्रतिनिधि के अनुसार, महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के मौके पर सोमवार को स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्व शारदा प्रसाद सिंह की आश्रित धर्मपत्नी सुकुमारी देवी को बीडीओ प्रेमप्रकाश ने घर पहुंच कर सम्मानित किया. इस क्रम में बीडीओ ने प्रखंड के बड़वासिनी पंचायत अंतर्गत बाघमारी गांव पहुंच कर सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में खादी का थैला, शॉल व गांधी टोपी प्रदान कर सुकुमारी देवी को सम्मानित किया. उपस्थित ग्रामीणों व युवाओं को संबोधित करते हुए बीडीओ प्रेमप्रकाश ने कहा कि क्रांतिकारी सपूतों के साहस, बहादुरी व बलिदान की बदौलत ही देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने में सफलता पायी गयी थी. इसमें स्वतंत्रता सेनानी स्व. शारदा प्रसाद सिंह ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. उनका निधन 27 मई 1995 ई को हो गयी है. स्वतंत्रता सेनानियों की देशभक्ति से आज के युवाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है. स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के मौके पर सम्मानित किया जा रहा है. इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानी के पुत्र मुरारी सिंह, पुत्री मीरा कुमारी, जीपीएस नवीन कुमार जमुआर, आवास पर्यवेक्षक तुलसी रंजन, विकास मित्र सुनिता कुमारी, पैक्स अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, बासुदेव सिंह,औंकार सिंह, रामविलास सिंह, मनोज सिंह, मनि सिंह, बिपिन बिहारी सिंह, बाबूलाल सिंह, देवेंद्र सिंह, जयप्रकाश सिंह, प्राणमोहन सिंह, अनिल सिंह, अंकित राज, चंदन कुमार सिंह, पिंटू, प्रवीण, कमलेश, बाबूलाल, कुणाल, जयमंगल सिंह मौजूद थे.
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