डोरीगंज (छपरा) : 676 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन आरा-छपरा पुल का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है. सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो जून 2017 से फरार्टे भर सकती है गाड़िया. राज्य सरकार के द्वारा निर्माण कंपनी को हर हाल में 31 मई तक कार्य पूरा कर लिये जाने का निर्देश मिला है. जिसको लेकर शेष कार्यों के निबटारे में दिन रात कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. पुल निर्माण कंपनी के अाधिकारिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आरा साइड की तरफ सिगमेंट लॉचिंग का काम पूरा हो चुका है. वही छपरा साइड में केवल लॉचिंग एक्सपेंशन ज्वाईंट तथा एक शेयर बीम लॉच करने करने का काम बाकी है.
जिसे सप्ताह भर में पूरा कर लिया जायेगा. कंपनी के डिप्टी मैनेजर बबलू कुमार सिंह ने बताया कि ओवर ब्रीज पुल के ऊपर पाया नंबर एक से 30 तक पीचिंग रोड का काम भी पूरा कर लिया गया है. जिसके साथ ही ऊपर लाइटिंग का भी काम पूरा करने में दिन रात टेक्नीशियन लगे हुए है. साथ ही छपरा-पटना मुख्य मार्ग व पुल के बीच एक किमी एप्रोच पथ का निर्माण का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है. उधर आरा साइड में भी काम करा रहे पुल निर्माण कंपनी के सूत्रों के मुताबिक 16 किमी एप्रोच पथ का निर्माण कार्य तेजी से जारी है.
पुल के चालू हो जाने से छपरा से मोहनिया आरा बक्सर समेत सीवान, गोपालगंज की दूरियां कम हो जायेगी. जिससे घंटो बस के सफर से मुसाफिरों को निजात मिलेगी. लोग पैदल व साइकिल से भी महज चार किमी का सफर तय कर आरा की सैर कर सकते है. इतना ही नही इस पुल के बन जाने का सबसे बड़ा फायदा दियारे क्षेत्रों में बसे लोगो को मिलेगा. अब छपरा आने के लिए लोग नाव के मुहताज नहीं रहेंगे. आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को लाने ले जाने में अब नहीं चुकानी होगी नाविकों को मुंहमागी कीमत. जिसको लेकर खासतौर पर दियारे वासियों को इसका बेसब्री से इंतजार है.