अयोध्या : अयोध्या में राममंदिर बने या फिर मस्जिद इस मुद्दे को लेकर जिस तरह देश में हिंदू और मुसलमान आमने-सामने हैं, वैसे में यह खबर चौंकाने वाली प्रतीत हो सकती है, लेकिन यह सच है. अयोध्या के एक बैंक में बैग और नोटबुक के बैग की पैकिंग के ऊपर ‘श्री सीता राम’ हिंदी और संस्कृत में ही नहीं बल्कि उर्दू और अरबी में भी लिखा हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय श्री सीता राम नाम बैंक अयोध्या के मनी राम की छावनी इलाके में स्थित है. इसकी स्थापना 20 साल पहले हुई थी. यहां श्रद्धालु ‘श्री सीता राम’ लाल स्याही से नोटबुक पर लिखकर बैंक में जमा कराते हैं. बैंक लोगों को नोटबुक फ्री में उपलब्ध कराता है. बैंक प्रबंधन का कहना है कि ऐसे करोड़ों नोटबुक यहां जमा हैं. खाताधारी कुछ महीने और वर्ष के बाद जमा नोटबुक को लेकर नया बुक जमा कराते हैं.
बैंक यह सुविधा भी प्रदान करता है कि लोग बैंक में ‘श्री सीता राम’ लिखित नोटबुक डाक द्वारा भी भेज सकते हैं. यह उनलोगों के लिए भगवान को याद करने का अनोखा तरीका है, जो मंदिर नहीं जा पाते हैं. निर्मोही अखारा के प्रधान पुजारी महंत रामदास ने बताया कि हम उर्दू, अरबी, अंग्रेजी, मराठी और गुजराती में ‘श्री सीता राम’ लिखित नोटबुक को स्वीकार करते हैं. हमारे बैंक के खाताधारियों में नौकरशाह, बिजनेसमैन, रिक्शा चालक, मजदूर, गृहिणी और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं. इस बैंक की शाखाएं अयोध्या सहित अमेरिका, कनाडा, नेपाल, पोलैंड और भारत के कई राज्यों में भी स्थित हैं.