पटना : बीएसएससी मामले में अनंतप्रीत सिंह बरार से खास जानकारी मिलने के बाद एसआइटी की कार्रवाई तेज हो गयी है. सूत्रों की मानें तो एसआइटी ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है. यहां के कई स्थानों पर छापेमारी की गयी है. पटना के एसएससपी मनु महाराज भी दिल्ली में हैं.
छानबीन तेजी से की जा रही है, इससे संकेत मिलते हैं कि एसआइटी बड़ी कार्रवाई जल्द ही करेगी. कुछ खास लोग गिरफ्तार हो सकते हैं. एसआइटी की एक टीम पुणे में भी है. यहां पर आइएएस व बीएसएससी के ओएसडी सीके अनिल के मौजूद होने की जानकारी मिली है. पुलिस टीम उनकी तलाश कर रही है. कुल चार लोगों की तलाश की जा रही है.
एफएसएल ने दो दर्जन मोबाइल फोन, छह लैपटॉप, फिंगर प्रिंट और हैंडराइटिंग की नहीं दी है रिपोर्ट : बीएसएससी मामले में एफएसएल की रिपोर्ट के इंतजार में केस डायरी लिखने में एसआइटी को मुश्किल हो रही है. यहां बता दें कि अब तक की गिरफ्तारी व बीएसएससी के अधिकारियों व कर्मचारियों से जब्त किये गये दो दर्जन से अधिक मोबाइल फोन, आधा दर्जन लैपटॉप जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है. लेकिन, अब तक पूरी रिपोर्ट एसआइटी को नहीं मिली है.
बीएसएससी के कुछ लोगों का फिंगर प्रिंट और हैंडराइटिंग का सैंपल लिया गया है. इसकी भी रिपोर्ट नहीं आयी है. इससे एसआइटी का अनुसंधान आगे नहीं बढ़ पा रहा है.एसआइटी लगातार एफएसएल के संपर्क में है.
दो दिनों के अंदर आइजी करेंगे समीक्षा : बीएसएससी मामले में आइजी नैय्यर हसनैन खान दो दिनों के अंदर केस की समीक्षा करेंगे. इस दौरान केस से जुड़े तथ्यों व बयानों को भी देखा जायेगा. आइजी ने बताया कि एसआइटी का गठन बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच के लिए हुआ है. जांच के दौरान जो भी नयी जानकारी हासिल होगी उसे विभाग को भेज दिया गया है. विभाग मामले का नये सिरे से जांच कर सकता है.
आज होगी सुनवाई : बीएसएससी पेपर लीक मामले में विपिन कुमार, आशुतोष, अनीश व अटल बिहारी राम की जमानत अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी. यह सुनवाई निगरानी-1 की विशेष अदालत में होगी.
पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग तय समयावधि में कृषि समन्वयकों के कागजातों का वेरिफिकेशन नहीं कर सका. हाइकोर्ट ने सभी कृषि समन्वयकों के कागजातों को फिर से वेरिफाई कर त्रुटि रहित सूची मांगी थी. आयोग ने इसके लिए समय भी लिया था.
लेकिन कर्मचारियों की कमी और भारी संख्या में आवेदनकर्ताओं की संख्या के कारण यह काम अभी और लंबा खिंच सकता है. इस कारण बिहार में जिन लोगों ने कृषि समन्वयकों के पद पर भर्ती होने के लिए सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी कर ली उन्हें अब भी अंतिम परिणाम का इंतजार और लंबा खिंच सकता है. क्योंकि जब तक त्रुटि रहित सूची हाइकोर्ट को मिलेगी नहीं तब तक कोई फैसला सुनाया नहीं जा सकेगा. अंतिम फैसले पर ही कृषि समन्वयकों का भविष्य टिका हुआ है.
10 हजार अभ्यर्थी अंतिम तौर पर हुए थे शामिल : बिहार में कृषि समन्वयकों के 4391 पदों पर भर्ती के लिए कुल 50 हजार से ज्यादा उम्मीदवार लिखित परीक्षा में शामिल हुए थे.
लिखित परीक्षा में चुन लिए जाने के बाद 10 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी अंतिम तौर पर शामिल हुए थे जिनके कागजात आयोग ने जमा किये थे. परिणाम के बाद हाइकोर्ट में याचिका दायर करते हुए कुछ अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि जिन लोगों को चुना गया है, उनके पास अनुभव की कमी है यही नहीं कई कैंडिडेट ऐसे हैं जिनके सेवा निवृति की उम्र हो गयी है. हाइकोर्ट में इस याचिका पर सुनवाई में फरवरी महीने में सुनवाई हुई थी जिसमें आयोग को 22 मार्च तक सभी अभ्यर्थियों के कागजातों का वेरिफिकेशन कर त्रुटि रहित सूची की मांग की गयी है. इसके बाद 10 अप्रैल की तिथि दी गयी थी.
क्या कहते हैं अध्यक्ष
बीएसएससी के नये चेयरमैन संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि कृषि समन्वयकों के कागजातों के वेरिफिकेशन का काम नहीं पूरा हो सका है. हमारी टीम इस काम में अभी लगातार लगी हुई है, हम तारीख तो नहीं बता पायेंगे लेकिन जल्द ही इस काम काे पूरा कर लेंगे.