पटना : बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना में हुए मिट्टी घोटाले और बाद में कथित रूप से हुए मॉल घोटाले में सोमवार को एक नया खुलासा किया है. सुशील मोदी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि तेज प्रताप और तेजस्वी यादव केवल धोखाधड़ी कर 750 करोड़ के जमीन व मॉल के घोटाले में ही संलिप्त नहीं है, बल्कि चंदा यादव को अपनी कंपनी का डायरेक्टर नियुक्त करते समय सीएम हाउस के पते का भी बेजा इस्तेमाल किया है.उन्होंने कहा है कि डिलाइट मार्केटिंग प्रा. लि.कंपनी में डायरेक्टर के तौर पर चंदा यादव का पता ‘सीएम हाउस’1,अणे मार्ग, सचिवालय थाना, जीपीओ पटना, पटना–800 001 दर्ज है.
सीएम आवास के पते के गलत इस्तेमाल का मामला
सुशीलमोदी पूछा है कि लालू यादव के दोनों बेटे बतायें कि क्या 2014 में जब चंदा यादव कंपनी का डायरेक्टर बनी तो उनका परिवार सीएम हाउस में रहता था? क्या यह सच नहीं है कि 26 जून, 2014 को चंदा यादव तथा 30 सितंबर, 2016 को रागिनी लालू को डिलाइट मार्केटिंग कम्पनी का डायरेक्टर बनाया गया? जबकि कल लालू यादव इस बात से इनकार कर रहे थे.उन्होंनेकहा कि तेज प्रताप और तेजस्वी यादव ने कंपनी रजिस्ट्रार के यहां दिये गये डिलाइट के कागजात पर डायरेक्टर के नाते हस्ताक्षर किया तब क्या, उन्हें यह मालूम नहीं था कि उनका वर्तमान पत्ता सीएम हाउस नहीं है? क्या सीएम और सीएम हाउस के पत्ते का दुरुपयोग जानबूझ कर धौंस दिखाने के लिए नहीं किया गया?
नीतीश से मोदी ने पूछा सवाल
उन्होंने सवाल पूछा है कि जब राबड़ी देवी 2005 में ही मुख्यमंत्री के पद से हट चुकी थी, फिर 9 वर्ष बाद लालू परिवार द्वारा सीएम हाउस के पते का दुरुपयोग करने का क्या निहितार्थ है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतायें कि सीएम के नाम और सीएम हाउस के पतेेका दुरुपयोग करने वालों पर कौन सी कार्रवाई करेंगे?