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वृद्धा के इलाज में लापरवाही का आरोप
कोलकाता : महानगर में चिकित्सकीय लापरवाही की घटनाओं में कमी आने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है. अब एक नर्सिंग होम पर इलाज के दौरान एक लकवा पीड़ित महिला के पैर तोड़ने का आरोप लगा है. इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. मरीज का […]
कोलकाता : महानगर में चिकित्सकीय लापरवाही की घटनाओं में कमी आने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है. अब एक नर्सिंग होम पर इलाज के दौरान एक लकवा पीड़ित महिला के पैर तोड़ने का आरोप लगा है. इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. मरीज का नाम सुरइया अख्तर (62) है, जो पीछले 35 वर्षों से लकवा ग्रस्त है, जबकि लगभग 12 वर्षों से वह बेड पर है. वह अब चल भी नहीं पाती है. पीड़िता के पुत्र सलमान अख्तर एक उर्दू दैनिक अखबार में पत्रकार हैं.
सलमान ने बताया कि उनकी मां की तबीयत एक महीने से खराब है. हमेशा सोये रहने से उन्हें बेड सोल के अलावा उल्टी, बुखार व अन्य समस्याएं थीं. पहले से मधुमेह व हर्ट की भी बीमारी है. ऐसे में फैमिली चिकित्सक की सलाह पर पार्क सर्कस के ब्रिस गुहा स्ट्रीट रोड स्थित एक नर्सिंग होम में गुरुवार को भरती कराया गया, जहां आइसीयू में चिकित्सा चल रही थी. इलाज के दौरान चिकित्सक ने मरीज को एंजियोग्राफी करवाने की सलाह दी.
मरीज की सेहत ठीक नहीं होने के कारण परिजन इस जांच के लिए तैयार नहीं थे. सालमान अपनी मां को इलाज के लिए नेशनल मेडिकल कॉलेज ले जाना चाह रहे थे. आरोप है कि मरीज को अस्पताल से छुट्टी दिये जाने से पहले उसे उठा कर बैठाने की कोशिश की गयी, जिसके कारण मरीज के एक पैर की जांघ तथा दूसरे पैर के घुटने पर सूजन था. घर लाने के बाद मरीज के परिजनों ने यह देखा. मरीज के दोनों पैरों का एक्सरे किया गया है. रिपोर्ट में हड्डी टूटने की बात सामने आयी है. सलमान ने कराया थाने में नर्सिंग होम प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है.
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