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17 एकड़ में बना सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी का कैंपस
11 तल्ले के एकेडमिक बिल्डिंग के अलावा दो होस्टल बनाये गये हैं प्रत्येक होस्टल में 1000 छात्रों के रहने की व्यवस्था कोलकाता : शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में न केवल बंगाल में बल्कि पूरे देश में सेंट जेवियर्स कॉलेज की प्रतिष्ठा बनी हुई है. अब इस संस्थान को यूनिवर्सिटी के रूप में नयी पहचान […]
11 तल्ले के एकेडमिक बिल्डिंग के अलावा दो होस्टल बनाये गये हैं
प्रत्येक होस्टल में 1000 छात्रों के रहने की व्यवस्था
कोलकाता : शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में न केवल बंगाल में बल्कि पूरे देश में सेंट जेवियर्स कॉलेज की प्रतिष्ठा बनी हुई है. अब इस संस्थान को यूनिवर्सिटी के रूप में नयी पहचान मिली है. यूनिवर्सिटी की मंजूरी मिलने के बाद राजारहाट, न्यू टाउन में बने नये कैंपस का कार्यक्षेत्र बढ़ा दिया गया है.
यह कैंपस लगभग 17 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है. इस कैंपस में छात्र-छात्राओं के लिए दो होस्टल बनाये गये हैं. प्रत्येक होस्टल में 1000 छात्र-छात्राओं के रहने की व्यवस्था है. यहां अलग से लाइब्रेरी व रिसर्च के लिए एकेडमिक विभाग भी खोला गया है. यहां यूनिवर्सिटी प्रशासन एक लॉ स्कूल भी खोलेगा. सेंट जेवियर्स यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए कैंपस में ही फुटबॉल फील्ड, स्पोर्ट्स एकेडमी, स्वीमिंग पुल, एक बड़ा सा फुड कोर्ट व जिम की व्यवस्था भी की गयी है. इसका उदघाटन 8 जुलाई को किया जायेगा.
यह जानकारी यूनिवर्सिटी के सूत्रों ने दी. सूत्रों का कहना है कि कुछ साल बाद यहां कई शैक्षणिक गतिविधियों का विस्तार होगा, इसे ध्यान में रख कर ही 13 तल्ले का विशाल बिल्डिंग तैयार किया गया है. यूनिवर्सिटी के प्रथम वाइस चांसलर फादर फिलिक्स राज रहेंगे. सेंट जेवियर्स के एक फैकल्टी सदस्य ने बताया कि नये कोर्स के लिए व ज्यादा से ज्यादा छात्रों को आवासीय सुविधाएं देने के लिए बड़ा कैंपस तैयार किया गया है. यहां पर मेरिट के आधार पर यूजी छात्रों का चयन किया जायेगा. पीजी के मामले में छात्रों का दाखिला टेस्ट लिया जायेगा. अब यूनिवर्सिटी में सभी कोर्स के लिए प्रशासन फीस स्ट्रक्चर व अन्य नियम ठीक करने में लगा हुअा है
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यहां यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए बी कॉम, एम कॉम, सोशल वर्क में एमए, मास कम्युनिकेशन में एमए, इंगलिश कोर्स में मास्टर्स की सुविधा उपलब्ध रहेगी. प्रथम वर्ष में लगभग 650 छात्र इस कोर्स में नामांकन करेंगे. पीजी कोर्स में प्रत्येक विभाग में इनटेक क्षमता 50 होगी. स्नातक स्तर पर बी कॉम स्ट्रीम में भी 60 सीटें रखी गयी हैं. अगले सत्र में बीए में मास कम्युनिकेशन, मल्टीमीडिया एंड एनीमेशन में एमए, इकोनोमिक्स में एमए., एमएड कोर्स भी शुरू किया जायेगा. तीन साल बाद जब यूनिवर्सिटी पूरी तरह स्वनिर्भर हो जायेगी, तब कुछ वोकेशनल कोर्स भी बेरोजगार युवकों की कार्य दक्षता बढ़ाने के लिए शुरू किये जायेंगे.
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